अगर बाउंड्रीवॉल बनी तो यहां पर तीन-चार मर्डर हो जाएंगे

इंदौर।  विधानसभा क्षेत्र 5 में स्कीम नं. 94 में इंदौर विकास प्राधिकरण की मल्टी है, जिसमें करीब 490 फ्लैट आवंटित किए गए हैं। करीब 10 साल पहले आईडीए की मल्टी में ईओडब्ल्यूएस के तहत फ्लैट खरीदे थे। आईडीए ने मूलभूत सुविधाओं देने का ख्वाब दिखाकर लोगों को फ्लैट आवंटित किए।  रहवासियों की पीड़ा है कि आईडीए ने जो वादा किया था, वो आज तक पूरा नहीं हो सका। इसी क्रम में बीते 15 दिन पहले विधायक महेंद्र हार्डिया ने सड़क और बाउंड्रीवॉल को लेकर भूमिपूजन किया। 

तब विधायक महेंद्र हार्डिया ने मल्टी की समस्सयाओं को गंभीरता से लेते हुए कहा कि मल्टी के चारों ओर बाउंड्रीवॉल बनाई जाएगी जिससे मल्टी में आसामाजिक तत्वों का आना जाना बंद हो जाएगा। और इसी के चलते 17 अक्टूबर मंगलवार को आईडीए के इंजीनियर और कर्मचारी पहुंचे और बाउंड्रीवॉल के लिए चूना डाला। इसके बाद वहां पर फिरदौस नगर के असामाजिक तत्व पहुंचे और धमकी दी कि यदि यहां अगर बाउंड्रीवॉल बनी तो यहां पर तीन-चार मर्डर हो जाएंगे और इंजीनियर और मजदूरों को काम नहीं करने दिया। रहवासियों ने बताया कि 18 अक्टूबर बुधवार को वह रीगल पर प्रदर्शन करने वाले है। वहीं, यदि आईडीए प्रशासन और जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन सहयोग नहीं करता है तो वह अपने घरों पर ताला लगाकर पलायन करने को विवश होंगे। 

रहवासियों की सबसे बड़ी पीड़ा यह है कि इस मल्टी से सटकर ही फिरदौस नगर जो कि अवैध है का अंतिम छोर है। जैसे ही यहां आईडीए की मल्टी विकसित हुई तो फिरदौस नगर के अंतिम छोर पर रहने वाले परिवारों ने अपने घरों को पीछे से फोड़ा और आईडीए की मल्टी की तरफ घरों का मुख्य दरवाजा कर लिया। मल्टी में लोग बसते चले गए, लेकिन आईडीए ने बाउंड्रीवॉल नहीं बनाई। अब हालात यह हो गए है कि पूरे फिरदौस नगर में रहने वाले असामाजिक तत्व इस मल्टी में रहने वाले लोगों को परेशान करने लगे हैं।

फिरसौद नगर में रहने वाले असामाजिक तत्वों की आईडीए के इंजीनियर और मजदूरों को  खुली धमकी


नशाखोरी से लोग परेशान, प्रशासन को भी खुली चुनौती

असामाजिक तत्व आईडीए की मल्टी में आकर नशाखोरी करते हैं, जिसके कारण महिलाओं और बच्चों का घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। इसके बाद आजाद नगर पुलिस ने आरोपियों को भी उठवा लिया था। लेकिन असामाजिक तत्वों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वो पुलिस प्रशासन, आईडीए प्रशासन को भी खुली चुनौती दे रहे हैं। 

फिरसौद नगर में रहने वाले असामाजिक तत्वों की आईडीए के इंजीनियर और मजदूरों को  खुली धमकी


प्लास्टिक की पानी की टंकियां चाकू से फोड़ जाते हैं

आईडीई की मल्टी में पानी सप्लाय के लिए प्लास्टिक की टंकियां छतों पर रखी है, उन्हें असामाजिक तत्व चाकू से फोड़कर चले जाते है। इससे लोगों को पेयजल के लिए भी परेशान होना पड़ता है। गौरतलब है कि 24 मार्च 2023 को भी यहां एक बड़ा विवाद हुआ था। यहां एक शिव मंदिर हैं, जहां पर असामाजिक तत्वों ने अंडे फेंके थे।



आइडिया के नक्शे में मल्टी के चारों तरफ से बाउंड्रीवॉल प्रस्तावित है

मल्टी के पीछे वाले अवैध कॉलोनी फिरदौस नगर है, जिनके रहवासियों ने 10 फीट आगे  आकर मकान बना लिए हैं, इसलिए उनकी जगह बची नहीं है। अवैध कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने आइडिया की जमीन पर कब्जा करके मुख्य दरवाजा बना लिया। इन लोगों के वाहन आइडिया की जमीन पर खड़ी होती है। इन लोगों ने आईडीए में रहने वाले लोगों के लिए जगह नहीं छोड़ी है।

चूने से डाले निशान को पानी से धो डाला

आईडीए के कर्मचारियों ने बाउंड्रीवॉल बनाने के लिए जो चूने से डाला था, वो अवैध कॉलोनी के रहवासियों ने पानी डालकर धो दिया और कह रहे हैं कि देखते हैं कौन बनाता है बाउंड्रीवॉल। दुखद यह कि आईडीए के कर्मचारी यहां से चले गए, लेकिन उन्होंने किसी बड़े अधिकारी को इस मामले की जानकारी तक नहीं दी और ना ही शासकीय कार्य में बाधा डालने का संबंधित थाने में कोई प्रकरण दर्ज करवाया। 

दो दिन में काम शुरू हो जाएगा

हमने आज यहां पहुंचकर बाउंड्रीवॉल निर्माण के लिए शुरूआत की है। चूने आदि से लाइन डाल दी गई है। आपने मामला संज्ञान में लाया है कि यहां पर कतिपय विरोध किया जा रहा है। आईडीए के अधिकारियों ने इस मामले में पुलिस प्रशासन से सहयोग भी मांगा है। दो दिन बाद बाउंड्रीवॉल का काम शुरू हो जाएगा। - समीर यादव, ठेकेदार 

हां मैंने भूमिपूजन किया

मामले को लेकर जब विधायक महेंद्र हार्डिया से चर्चा की गई तो उन्होंने स्वीकार किया कि हाल ही में मैंने इस कार्य के लिए भूमिपूजन किया है। यहां जल्द ही बाउंड्रीवॉल का निर्माण किया जाना है। हालांकि यह काम विकास प्राधिकरण के अंतर्गत होना है। यदि ऐसी कोई बात है तो मैं इसे देखता हूं और फिर आपसे बात करूंगा। -महेंद्र हार्डिया, विधायक

जरूरत पड़ी तो पुलिस की मदद लेंगे

बाउंड्रीवाल का निर्माण आईडीए करेगा, इसके लिए जरूरत पड़ी तो पुलिस की मदद ली जाएगी।

-जुगल जकोदिया, इंजीनियर आईडीए


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