ग्वालियर | ज्ञानवापी मस्जिद का मामला अभी सुलझा भी नहीं है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसे लेकर बड़ा दावा कर दिया है। सिंधिया ने दावा किया है कि ज्ञानवापी के कुएं में मौजूद शिवलिंग का संरक्षण सिंधिया घराने की महारानी बैजाबाई ने किया था। यह बयान आने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि सिंधिया इस बात को साबित करना चाहते हैं कि ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मौजूद है।
वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में हिंदू देवी-देवताओं
समेत शिवलिंग की मौजूदगी को लेकर तमाम विवाद चल रहा है। मामला वाराणसी की सिविल कोर्ट
से लेकर इलाहाबाद के हाई कोर्ट और दिल्ली के सुप्रीम कोर्ट तक में पेंडिंग है। भारतीय
पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा वीडियोग्राफी और सर्वे किया जा रहे हैं। हिंदू संगठनों का
दावा है कि ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मौजूद है, उधर मुस्लिम संगठन इसके विपक्ष
में है। कोर्ट में अपनी अपनी दलीलें भी दी जा रही हैं और ज्ञानवापी के एक हिस्से को
सील भी कर दिया गया है।
इसी बीच केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बार बयान देते हुए ज्ञानवापी के मामले को एक बार फिर से हवा दे दी है। सिंधिया ने रविवार की रात को ग्वालियर में रामलीला आयोजन के दौरान यह बयान दिया है कि सिंधिया घराने की महारानी बैजाबाई ने ज्ञानवापी के कुएं में मौजूद शिवलिंग का संरक्षण किया। मालवा की महारानी अहिल्याबाई होलकर के साथ मिलकर काशी को फिर से स्थापित किया।
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