इंदौर। ग्रोवर ने इंदौर में रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था, देखिए, एक विचार होता है-प्लेइंग टू द गैलरी यानी तुम जहां जाओ, वहां की बढ़ाई कर दो कि मैंने इतना अच्छा शहर नहीं देखा। अब मेरे साथ दिक्कत क्या है कि तीन-चार साल सुन लिया कि इंदौर सबसे साफ शहर है। तुमने सर्वेक्षण खरीदा है। सीधी-सी बात है। जब श्रोताओं ने इस बात पर शोर मचाकर ग्रोवर के लिए हूटिंग की तो उन्होंने कहा, सबसे साफ शहर होने के मामले में केवल चिप्स के पैकेट को नहीं गिनते, मलबे को भी गिनते हैं। शहर में हर जगह निर्माण कार्य जारी है। हालांकि उन्होंने तुरंत स्पष्ट किया कि वह यह नहीं बोल रहे कि इंदौर में गंदगी है, उन्होंने कहा कि उनके कहने का मतलब यह है कि शहर में कई निर्माण कार्य जारी हैं। गौरतलब है कि अशनीन भारत-पे के सह संस्थापक हैं। ग्रोवर के बयान को लेकर इंदौर नगर निगम के एक अधिकारी ने लसूड़िया पुलिस थाने में मानहानि की शिकायत की थी जिस पर पुलिस ने भारत पे के सह संस्थापक के खिलाफ सोमवार शाम असंज्ञेय अपराध की सूचना रिपोर्ट (एनसीआर) दर्ज कर ली है।
बाद में बोले इंदौर से मांफी मांगता हूं नेताओं से कभी नहीं मांगूंगा
विवाद बढ़ने के बाद अशनीर ग्रोवर ने कहा है कि हंसी-ठिठोली में बोली गई उनकी बात को बेवजह सियासी अखाड़े में घसीटा जा रहा है, लेकिन वह किसी नेता से माफी कभी नहीं मांगेंगे। एनसीआर दर्ज होने के बाद ग्रोवर ने अपने विवादास्पद बयान का वीडियो सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया और लिखा, इंदौर से क्षमा। यह शहर और इसके लोग शानदार हैं, लेकिन हर जगह नेताओं को चैन नहीं पड़ता। भोपाल बनाम इंदौर को लेकर हंसी-ठिठोली में बोली गई बात पर अनावश्यक रूप से राजनीति की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा, किसी भी नेता से माफी नहीं मांगूंगा। कभी नहीं। कोई भी पार्टी हो। प्राथमिकी दर्ज करा दो। मुकदमा दायर कर दो। कोई फर्क नहीं पड़ता। ग्रोवर ने मध्यप्रदेश में नवंबर में संभावित विधानसभा चुनावों की ओर इशारा करते हुए कहा, यह चुनावी साल हो सकता है, लेकिन जनता समझदार है। इंदौर के लोग तो बेहद समझदार हैं। मेरी जब और जितनी बार इच्छा होगी, मैं इंदौर आऊंगा और मुझे इंदौरी मेहमाननवाजी पर पूरा भरोसा है।
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