इंदौर  : स्कीम नं. 94 की आईडीए मल्टी में नशेड़ियों का आतंक

रहवासियों का घर से निकलना हुआ मुश्किल

आजाद नगर पुलिस पकड़कर फिर छोड़ देती है नशेड़ियों को

इंदौर मूसाखेड़ी क्षेत्र की स्कीम 94 की आईडीए मल्टी में नशेड़ियों के आतंक से रहवासी परेशान है। आईडीए ने आवास तो आवंटित कर दिए, लेकिन अपनी मल्टी के चारो ओर बाउंड्रीवॉल बनाना भूल गया और इसका फायदा असामाजिक तत्व उठा रहे हैं। दादागीरी इतनी कि उन्होंने आईडीए के फ्लैट के नीचे अपना अड्‌डा बना लिया है, जिसके फोटो रहवासियों ने आजाद नगर थाने में भी भेजे। जानकारी के अनुसार गत दो माह से रहवासी शिकायत कर रहे थे। 19 सितंबर को भी दो नशेड़ियों को पुलिसवालों ने पकड़ा और डांट-डपट कर छोड़ दिया। रहवासियों का कहना है कि नशेड़ियों पर सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए। ज्ञात हो कि गत दिनों द्वारकापुरी में भी नशेड़ियों ने हवाई फायर कर लोगों में दहशत फैलाई थी।

इन दिनों गांजा और ड्रग्स पीने वाले वर्ग विशेष के नशेड़ियों का अड्डा बनी हुई है। शिकायत पर भी आजाद नगर पुलिस आंखें मूंदे बैठी है। इसके चलते रहवासी दहशत में जीने को मजबूर हैं। पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने ड्रग्स और नशे के खिलाफ अभियान छिड़वा रखा है। क्राइम ब्रांच लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन थाना पुलिस सुस्ती की चादर ओढ़े बैठी है। इसके चलते मूसाखेड़ी क्षेत्र की स्कीम 94 की आईडीए मल्टी का ब्लॉक-सी नशेड़ियों का अड्डा बना हुआ है। इससे रहवासी परेशान हैं। यहां एक फ्लैट जो कि आईडीए का है में बैठकर दिनभर गांजा और सभी तरह की ड्रग्स का नशा करने वालों का जमावड़ा रहता है।

इंदौर  : स्कीम नं. 94 की आईडीए मल्टी में नशेड़ियों का आतंक


बच्चों और महिलाओं से अनहोनी की संभावना के चलते रहवासी  डर के मारे इन आदतन नशेड़ियों से कुछ भी नहीं बोल पाते हैं। वहीं, शिकायत पर भी आजाद नगर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है। इसके चलते नशेड़ियों के हौसले बुलंद हैं। पहले चंद नशेड़ी नशा करने मल्टी के बंद फ्लैटों के सामने गलियारे में पहुंचते थे, धीरे-धीरे इनसे जुड़े शहरभर के नशेड़ियों का मल्टी में आना-जाना लगा रहता है। एक-दो बार रहवासियों ने आवाज उठाने की कोशिश की तो नशेड़ियों ने पुलिस में शिकायत करने पर अंजाम भुगतने को तैयार रहने की धमकियां दीं। 19 सितंबर को को आजाद नगर थाने के पुलिसकर्मियों ने मल्टी से दो नशेड़ियों को नशा करते पकड़ा था, लेकिन मौके से ही छोड़ दिया।

मल्टी के ब्लॉक-सी में पहुंचने वाले ज्यादातर नशेड़ी मुस्लिम वर्ग के हैं, जो पीछे मुस्लिम क्षेत्र फिरदौस नगर से आते हैं। चूंकि मल्टी में रहने वाले परिवार हिंदू हैं, इसके चलते किसी भी दिन कोई बड़ा विवाद जन्म ले सकता है। इन नशेड़ियों से परेशान दो-तीन परिवार अपने फ्लैट बेचकर जा चुके हैं और जो रह रहे हैं उनके परिवार की महिलाएं और बच्चे घर से बाहर निकलने से घबराते हैं। रहवासियों ने मल्टी में कुछ जगह सीसीटीवी कैमरे लगवा रखे हैं, जिनमें बदमाश दिनभर में कभी भी आते-जाते नजर आ जाते हैं। ये नशेड़ी जिस जगह बैठकर नशा करते हैं उनके जाने के बाद बतौर सबूत कई बार रहवासियों ने इसके फोटो खींचकर आजाद नगर टीआई नीरज मेढ़ा को भेजे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

इंदौर  : स्कीम नं. 94 की आईडीए मल्टी में नशेड़ियों का आतंक


आईडी की लापरवाही भी है, बाउंड्रीवॉल ही नहीं बनाई

इंदौर विकास प्राधिकरण ने जब इन फ्लैटों को आवंटित किया था, तब इस मल्टी के आसपास जो खाली जगह है, वहां पर बाऊंड्री वॉल बनाने की बात कही गई थी। जब से इस मल्टी में फ्लैट आवंटित हुए तब से लेकर आज तक मल्टी के आसपास बाउंड्री वॉल नहीं बनाई गई। इस वजह से फिरदौस नगर के लोगों ने इसे मुख्य मार्ग बना लिया। अगर यहां बाउंड्री वॉल बन जाए तो नशेड़ियों का आना बंद हो जाएगा। इस मामले को लेकर रहवासियों ने आईडीए को भी सूचित किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

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