वॉशिंगटन/मॉस्को। रूस की राजधानी मॉस्को में डिफेंस मिलिट्री हेडक्वार्टर के पास हुए ड्रोन अटैक पर अमेरिका ने यूक्रेन का साथ नहीं देने का फैसला किया है। दरअसल, सोमवार को रूस ने आरोप लगाया था कि यूक्रेन ने मॉस्को में 2 ड्रोन्स से हमला किया। इसके बाद व्हाइट हाउस ने अपने स्टेटमेंट में इसका विरोध किया।
प्रेसिडेंट
हाउस की प्रवक्ता कैरीन जीन पियरे ने कहा- अमेरिका कभी भी रूस के अंदर यूक्रेनी हमलों
का समर्थन नहीं करेगा। ये जंग रूस ने शुरू की थी। वो कभी भी अपनी सेना को यूक्रेन से
वापस बुलाकर इसे खत्म कर सकते हैं। इस बीच रूस ने यूक्रेन के हमले का बदला लेने की
बात कही है। रूस के विदेश मंत्रालय ने इसे यूक्रेन का आतंकी हमला बताया है।
मॉस्को में
बिल्डिंग पर 2 ड्रोन से अटैक हुआ
सोमवार को मॉस्को
के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने बताया था कि यूक्रेन ने सुबह लगभग 4 बजे 2 गैर-आवासीय इमारतों
पर आतंकी हमला किया। इस दौरान किसी को चोट नहीं पहुंची। हालांकि, जिस बिल्डिंग के ऊपर
अटैक हुआ उसे काफी नुकसान पहुंचा। रूस के मुताबिक, यूक्रेन के हमले को उनके एयर डिफेंस
सिस्टम ने नाकाम कर दिया।
क्रीमिया में भी 17 ड्रोन्स से हमला, यूक्रेन ने ली जिम्मेदारी
इस बीच रूस के कब्जे वाले क्रीमिया में भी सोमवार देर रात यूक्रेन ने 17 ड्रोन से हमला किया। इन ड्रोन्स से हथियारों के वेयरहाउस और एक रेसिडेंशियल बिल्डिंग को निशाना बनाया। CNN से बात करते हुए यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेज्निकोव ने हमले की जिम्मेदारी ली। उन्होंने कहा- यूक्रेन रूस पर इस तरह के हमले जारी रखेगा, ताकि वो अपने नागरिकों की रक्षा कर पाए।
रूस के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, हमले के कुछ देर बाद ही मॉस्को के बाहर हेलीकॉप्टर जैसा दिखने वाला एक और ड्रोन नजर आया। हालांकि, इसमें कोई विस्फोटक सामान मौजूद नहीं था। ये ड्रोन एक कब्रिस्तान में जा गिरा।
हमले के बाद रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव में कहा- रूस को यूक्रेन को लेकर और सख्त रवैया अपनाने की जरूरत है। हमें अपने टारगेट्स का दायरा बढ़ाने की जरूरत है। यूक्रेन की सेना और लीडर्स रूस के नागरिकों को डराने-धमकाने की कोशिश कर रहे हैं।
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