खंडवा। ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश के लिए लगा चांदी द्वार अब नए स्वरूप में नजर आएगा। करीब 35 साल पुराना यह चांदी द्वार क्षतिग्रस्त होने से इसके स्थान पर नया द्वार लगाया जा रहा है। 30 किलो चांदी से तैयार यह द्वार बुधवार सुबह पूजा अर्चना के बाद श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।

इसके निर्माण के लिए दिल्ली के श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर ट्रस्ट को 30 किलो चांदी दान दी गई थी। पुनासा एसडीएम और मंदिर ट्रस्ट के कार्यपालन अधिकारी सी एस सोलंकी ने बताया कि ओंकारेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालु चांदी के मुख्य द्वार से प्रवेश करते हैं। सागौन की लकड़ी पर चांदी की परत चढ़ा कर बने इस दरवाजे को 35 वर्ष से अधिक समय हो चुका है। यह दरवाजा पुराना होने के साथ ही क्षतिग्रस्त होने से इसे बदला जा रहा है।

नए दरवाजे पर नजर आएगा ओंकार मंत्र

ओंकारेश्वर मंदिर ट्रस्ट के पंडित आशीष दीक्षित ने बताया कि नवनिर्मित चांदी के दरवाजे पर भगवान की मूर्तियां उकेरने के साथ ही ओंकार मंत्र भी नजर आएगा। इसका निर्माण इंदौर के कारीगरों द्वारा किया गया है। इसके अलावा पूर्व में एक श्रद्धालुओं द्वारा माता पार्वती को 10 किलो चांदी से बना हार भी भेंट किया गया है। सावन माह में श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगा।


Post a Comment

Previous Post Next Post