नई दिल्ली। तूफान बिपरजॉय खतरनाक हो रहा है। पहले यह पाकिस्तान की ओर जा रहा था, लेकिन अब वह गुजरात की ओर बढ़ रहा है। तूफान पोरबंदर से फिलहाल 400 किलोमीटर दूर है। इसके 14-15 जून को गुजरात के तटीय इलाकों से टकराने की आशंका है। इस दौरान 150 KMPH की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। तूफान के रूट बदलने के बाद SDRF की टीम ने गुजरात के तटीय इलाकों से लोगों को हटाने का काम शुरू कर दिया है।
मौसम विभाग
ने सौराष्ट्र, कच्छ समेत 10 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा मुंबई
को भी हाईअलर्ट पर रखा गया है। 16 जून को राजस्थान में आंधी-बारिश होने की आशंका है।
तूफान की स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी एक इमरजेंसी मीटिंग कर
रहे हैं। इसमें गृह मंत्रालय, NDRF और सेना के अधिकारी मौजूद हैं। केंद्रीय मंत्री
अमित शाह 13 जून को दिल्ली में राज्यों और यूनियन टेरिटरीज के आपदा प्रबंधन विभाग के
मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे।
15 जून को गुजरात
जखौ पोर्ट से 50 किमी की दूरी से गुजरेगा तूफान
मौसम विभाग
के सोमवार दोपहर 12 बजे के अपडेट के मुताबिक, सुबह 8:30 बजे तूफान गुजरात के पोरबंदर
से 320 किमी, द्वारका से 360 किमी, जखौ पोर्ट और नालिया से 440 किमी दूर था।
15 जून को दोपहर
तक यह जखौ पोर्ट से 50 किमी और नालिया से 70 किमी की दूरी से गुजरेगा। इस दौरान
125-135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जो 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार
तक भी जा सकती हैं।
4तूफान को 'बिपरजॉय' नाम बांग्लादेश ने दिया है। इसका मतलब 'विपत्ति' या 'आपदा' होता है।
4तूफान के असर को देखते हुए गुजरात के कच्छ, राजकोट, भावनगर, पोरबंदर, गिर-सोमनाथ, द्वारका, जखौ, जाफराबाद में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
4वलसाड में सर्तकता के तौर पर मरीन कमांडो की तैनाती गई है।
4कच्छ जिले में धारा 144 लगा दी गई है। आज से तीन दिनों के लिए सभी स्कूल-कॉलेजों में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं।
4तूफान के चलते गुजरात में अगले चार दिन तक आंधी चलेगी। सबसे ज्यादा असर सौराष्ट्र-कच्छ इलाके में होगा।
4इसके चलते पेड़ों के टूटने, उखड़ने के साथ बिजली और टेलीफोन लाइनों के खंभों का नुकसान पहुंचने की संभावना है।
4BJP ने केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के नौ वर्ष पर आयोजित होने वाली सभाओं को रद्द कर दिया है। पार्टी ने 15 जून तक की सभाएं रद्द की हैं।
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