उज्जैन। उज्जैन
के भरतपुरी स्थित इस्कॉन मंदिर में इन दिनों भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और बलभद्र
जी सात दिनों के लिए अपनी मौसी के घर गुंडिचा जाने का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा
है। इस पर्व के दौरान प्रतिदिन भगवान की प्रसन्नता के लिए सुबह कथा, छप्पन भोग, अष्टकालिक
पूजन और शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ दीपदान जैसे आयोजन किए जा रहे हैं। इस
आयोजन में धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर भी भगवान के दर्शन के लिए पहुंची।
जहां उन्होंने भगवान का पूजन अर्चन और आरती करने के बाद उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस्कॉन मंदिर
के पीआरओ पंडित राघव दास ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष संस्कृति मंत्रालय व
इस्कॉन मंदिर के संयुक्त तत्वावधान में यह आयोजन धूमधाम से किया जा रहा है। जिसके तहत
गुंडिचा में इस पर्व को धूमधाम से मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब भगवान जगन्नाथ,
देवी सुभद्रा और बलभद्र जी गुंडिचा में विराजमान रहते हैं उस समय को वृंदावन कहा जाता
है। इस आयोजन में धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर और मध्यप्रदेश साहित्य संस्थान
के निदेशक दवे पहुंचे थे। जो कि गुंडिचा में की जा रही प्रभु भक्ति को देखकर प्रसन्न
हो गए। कार्यक्रम में भगवान को भक्तों द्वारा छप्पन भोग लगाए जाते हैं, लेकिन इसे भक्तों
की श्रद्धा ही कहा जाएगा कि भगवान को रविवार को 208 पकवानों का भोग लगाया गया। बताया
जा रहा है कि 27 जून मंगलवार तक यह पर्व इसी तरह धूमधाम से मनाया जाएगा। जिसके बाद
रथ यात्रा निकाली जाएगी जो कि गुंडिचा धाम से शुरू होकर नानाखेड़ा, बसंत विहार, सर्किट
हाउस से होते हुए फिर मंदिर पहुंचेगी। इस आयोजन में शामिल होने के लिए अमेरिका और यूक्रेन
के सैकड़ों श्रद्धालु इन दिनों इस्कॉन मंदिर पहुंचे हुए हैं।
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