छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा जिले के नवेगांव थाना क्षेत्र की एक 15 साल की नाबालिग से दुष्कर्म का मामला सामने आया था। नाबालिग के गर्भवती होने के बाद मामला खुलकर सामने आया। नाबालिग लगातार अपने बयान बदल रही थी। नाबालिग ने जीजा समेत दो लोगों पर आरोप लगाए थे। इस आधार पर पुलिस ने दोनों संदेहियों का डीएनए टेस्ट कराया। जांच रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि नाबालिग का शारीरिक शोषण उसके जीजा ने किया था। इससे ही वह गर्भवती हुई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई की है।

टीआई अभिषेक उपाध्याय ने बताया कि फरवरी में परिजनों के साथ मजदूरी के लिए नाबालिग अमरावती गई थी। नाबालिग को सात माह का गर्भ था। गर्भवती बच्ची को महाराष्ट्र के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बालिका संरक्षण गृह में रखा गया। नाबालिग से दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया गया था। घटना की सूचना मिलने पर नवेगांव पुलिस महाराष्ट्र पहुंची थी। यहां नाबालिग का जीजा ने शारीरिक शोषण किया था। न्यायालय में नाबालिग ने बयान बदला और किसी अन्य का नाम ले लिया था। इस वजह से दोनों संदेहियों का ब्लड सैंपल लेकर डीएनए टेस्ट के लिए भेजा गया था। एसपी विनायक वर्मा के विशेष अनुरोध पर भोपाल लैब से 25 दिन में डीएनए रिपोर्ट दे दी गई। रिपोर्ट में पीड़िता का जीजा ही आरोपी निकला। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस बीच नाबालिग ने जिला अस्पताल में एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है।

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