उज्जैन। उज्जैन में मंगलवार शाम कोठी रोड पर भाई बहन को कोठी जाता देख हर कोई व्यक्ति हैरत में था। दोनों भाई बहन हाथ में शिवराज, मोदी, योगी के पोस्टर लिए न्याय की गुहार एसपी, आईजी को सुनाकर कलेक्टर साहब के पास जा रहे थे, लेकिन पैदल जा रहे इन भाई-बहन के जहन में सिस्टम के खिलाफ खासी नाराजगी थी। क्योंकि सरकारी सिस्टम ने उन्हें दुख पहुंचाया था, जिस कि गुहार यह दोनों भाई बहन छह महीनों से अधिकारियों के सामने कर रहे थे, लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिल रहा था। जिसके चलते उन्हें न्याय पाने के लिए यह अनोखा तरीका अपनाना पड़ा।

हाथ में तख्ती और पीठ पर एक पोस्टर लगाए तराना तहसील के ग्राम कनासिया में रहने वाले सुखराम अपनी बहन सुगनबाई के साथ निकले। सुखराम और सुगनबाई गांव में अपनी जमीन पर कुछ लोगों द्वारा कब्जा किए जाने से परेशान हैं। सुखराम ने बताया कि वह मजदूरी करता है। गांव में उनकी दो बीघा जमीन है। जिस पर गांव के चार लोग मिलकर कब्जा कर रहे हैं और आधा बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया है। सुखराम ने संबंधित चार लोगों पर उनके काका लक्ष्मीनारायण को धीमा जहर देकर मारने के भी आरोप लगाए। सुखराम ने बताया कि वह पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को कई बार शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस कारण उन्हें हाथ में तख्ती लेकर सड़कों पर निकलना पड़ा। हाथ में तख्ती लेकर चल रहे सुखराम फिल्म अंधा कानून का गीत यह अंधा कानून है... टेप रिकॉर्डर पर बजाते हुए उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को भी कार्रवाई के लिए आवेदन दिया। सुखराम ने बताया कि अब वह बुधवार को भोपाल जाकर पुलिस मुख्यालय में कार्रवाई के लिए गुहार लगाएंगे।

सीएम हेल्पलाइन में की पांच शिकायतें

सुखराम ने बताया कि इस मामले में कार्रवाई के लिए उन्होंने सीएम हेल्पलाइन में पांच बार शिकायतें की थी, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करने का बहाना बनाकर उन्हें थाने पर बुलवाया और यहां खुद उन्होंने सुखराम के मोबाइल से इन शिकायतों को बंद करवा दिया। सुखराम ने बताया कि इस बात की जानकारी मैंने वरिष्ठ अधिकारियों को ज्ञापन के माध्यम से भी दी है कि पुलिस सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का निराकरण शिकायतकर्ताओं पर दबाव बनाकर किस तरह से करवा रही है।

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