छत्रपती संभाजीनगर। रामनवमी के मौके पर गुजरात और महाराष्ट्र में हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं। गुजरात के वडोदरा में गुरुवार को शोभायात्रा के दौरान पथराव किया गया है। महाराष्ट्र के संभाजी नगर में बुधवार देर रात राम मंदिर के बाहर उपद्रवियों ने आगजनी की। इन लोगों ने पुलिस की गाड़ियों में भी आग लगाई।

वडोदरा में विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल की ओर से रामनवमी के अवसर पर शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा जब फतेपुरा पांजरीगर मोहल्ले में पहुंचा तो अचानक पथराव शुरू हो गया। दंगाइयों ने सड़क पर खड़े वाहनों में भी तोड़फोड़ की। दंगे की खबर फैलते ही पूरे इलाके की दुकानें बंद हो गईं। हालांकि, हालात बेकाबू होने से पहले ही पुलिस काफिला मौके पर पहुंच गया था। फिलहाल स्थिति पर काबू पा लिया गया है।

धार्मिक स्थल के बाहर वाहनों में आग लगा दी गई

महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर ( पुराना नाम औरंगाबाद) के किराडपुरा इलाके में बुधवार रात दो गुटों के बीच झड़प हो गई। लोगों ने एक-दूसरे पर पथराव किया। धार्मिक स्थल के बाहर कई वाहनों में आग लगा दी। पुलिस जब हालात पर काबू पाने के लिए पहुंची तो भीड़ ने पथराव किया। पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी। इस हमले में 2 पुलिसकर्मियों समेत पांच से छह लोग घायल हो गए। हिंसा रात 11.30 बजे शुरू हुई और तड़के 3.30 बजे तक जारी रही।

उधर, छत्रपति संभाजीनगर के सांसद इम्तियाज जलील ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यहां झड़प शराबियों के दो गुटों में हुई। इन्होंने ही पत्थरबाजी की। राम मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ। मंदिर में कोई नहीं गया। इसलिए नागरिकों को अफवाहों पर विश्वास नहीं करना चाहिए।

क्या मामला था

आज यानी गुरुवार को मनाई जाने वाली रामनवमी के अवसर पर शहर के कई इलाकों में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। किराडपुरा बस्ती स्थित राम मंदिर में भी तैयारियां चल रही थीं। रात करीब 11.30 बजे युवकों का एक जत्था मंदिर की ओर जा रहा था। यहां पर दूसरे गुट के साथ उनका झगड़ा हुआ और कहासुनी बढ़ गई। दोनों गुटों में गाली-गलौज शुरू हो गई और जो नारेबाजी में बदल गई।

थोड़ी देर बाद एक समूह ने मंदिर की ओर पथराव किया। कुछ लोग जान बचाने के लिए मंदिर में घुसे, उन पर भी हमला किया गया। लोगों ने पुलिस को बुलाया, लेकिन जब तक पुलिस आई, तब तक आगजनी शुरू हो चुकी थी। मंदिर के सामने खड़े पुलिस वाहन को दंगाइयों ने आग लगा दी।

भीड़ को काबू में करने के लिए कुछ धर्मगुरुओं को बुलाया गया। लेकिन भीड़ उनकी बात मानने को तैयार नहीं थी। कुछ ही देर में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों समेत भारी फोर्स मौके पर पहुंच गई। दंगाइयों ने उन पर भी पथराव किया और कार के शीशे तोड़ दिए। पुलिस ने लाठी चार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया। आंसू गैस के गोले भी छोड़े। दंगाइयों ने दमकल विभाग के वाहनों पर पानी भी फेंका।

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