उज्जैन। उज्जैन में शासकीय भूमि पर नेशनल हाइवे के लिए जा रहे मिट्टी उत्खनन के दौरान कुछ लोगों ने आपत्ति जताई और इस भूमि पर अपना कब्जा होने की धौस जमाई तो इसकी शिकायत ग्रामीण एसडीएम राकेश शर्मा के पास पहुंची। उन्होंने तुरंत पूरे मामले की जांच के निर्देश देते हुए शासकीय जमीन पर कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
इस मामले में
पटवारी चेतन मालवीय की टीम ग्राम बामोरा पहुंची, जहां उन्होंने जांच में पाया कि नायब
तहसीलदार प्रियंका मिमरोट उज्जैन द्वारा पारित आदेश के तहत ग्राम बामोरा स्थित शासकीय
भूमि रकबा 5.66 हेक्टेयर (28 बीघा), जिसकी अनुमानित कीमत 93 लाख 40 हजार रुपये है,
जिस पर मोहम्मद शकील, मोहम्मद सोहेल, अल्पेश द्वारा अतिक्रमण करते हुए नेशनल हाइवे
के लिए मिट्टी उत्खनन में बाधा उत्पन्न की जा रही थी। जांच के दौरान इन लोगों ने पटवारी
चेतन मालवीय के साथ भी अभद्र व्यवहार करते हुए अपशब्द कहे।
इन धाराओं में
दर्ज हुआ मामला
एसडीएम के निर्देश पर आरोपी शकील,
सोहेल और बंटी निवासी कोट मोहल्ला उज्जैन के खिलाफ चिन्तामण जवासिया थाने में धारा-
353, 293 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज करवा दी गई है तथा जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करवाकर
नेशनल हाइवे के लिए मिट्टी उत्खनन करने के लिए दे दिया गया है।
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