छतरपुर। बीजेपी विधायक के भाई की ओर से किए गए दुष्कर्म का मामला छतरपुर जिले में चंदला एरिया का है। लड़की ने चंदला से बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति के भाई कमलेश प्रजापति पर आरोप लगाया है। उसने बताया, वह विधायक के गांव की रहने वाली है और उनके गांव के परिवार से जुड़ी है।
लड़की के मुताबिक,
आरोपी रिश्ते में उसका भाई भी लगता है, लेकिन उसने अपने रसूख के दम पर डरा-धमकाकर और
बहला-फुसला कर उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। लड़की का ये भी आरोप है कि बीजेपी विधायक
के सामने ये मामला आया, तो उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया, मेरी कोई मदद नहीं की। पीड़ित
का आरोप है, बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति ने पुलिस से साठगांठ कर थाने में उसकी रिपोर्ट
भी नहीं लिखवाने दी, जिसके बाद अपनी मां के साथ एसपी ऑफिस पहुंची लड़की ने जिले के
पुलिस कप्तान से न्याय की गुहार लगाई है।
लड़की ने सुनाईअपनी आपबीती
मेरी उम्र 17 साल है। मैं लवकुशनगर के मुड़ेरी गांव की रहने वाली हूं। मुड़ेरी विधायक राजेश प्रजापति का पैतृक गांव है। विधायक का छोटा भाई कमलेश प्रजापति हमारे परिवार के सदस्य जैसा ही है। उसका घर पर आना-जाना था। करीब 10 महीने पहले वह मुझे बातों में फंसाकर लवकुशनगर के पंकज पार्क के पीछे रहने वाले बबलू प्रजापति के घर ले गया। जहां उसने मेरे साथ गलत काम किया। जब मैंने इसका विरोध किया तो उसने जान से मारने की धमकी दी। कहा कि मैं पहले भी हत्या कर चुका हूं, मेरा भाई विधायक है, मुझे किसी का डर नहीं है। अगर तुमने यह बात किसी को बताई तो तुम्हारी हत्या कर दूंगा। डर की वजह से मैं चुप रही। मेरे डर ने कमलेश के हौसले बढ़ा दिए। इसके बाद उसने कई बार जबरन मेरा शारीरिक शोषण किया। 15-16 जुलाई को वह मुझे महोबा के राजमहल होटल ले गया, जहां उसने फिर मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाए। वह मुझे रुपये का लालच देता, साथ ही जबरन शराब भी पिलाता था। मैं जब प्रेग्नेंट हो गई तो उसने गर्भ निरोधक गोलियां खिलाकर मेरा एक महीने का गर्भ गिरवा दिया।
परेशान होकर मां को सच्चाई बताई
कमलेश की हरकतों से परेशान होकर मैंने पहले अपनी मां को सच्चाई बताई। इसके बाद 31 जनवरी को लवकुशनगर स्थित कमलेश के घर पर पहुंची तो विधायक के छोटे भाई कमलेश की पत्नी अर्चना ने मेरे साथ मारपीट की और उल्टा मुझ पर ही मारपीट का आरोप लगाकर लवकुशनगर थाने में एफआईआर करा दी। मैं जब अपनी शिकायत लेकर थाने पहुंची तो पुलिस ने दोनों पक्षों की महिलाओं पर साधारण मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया, जबकि दुष्कर्म की शिकायत का जिक्र ही नहीं किया। विधायक को भी सब कुछ पता है, लेकिन उन्होंने मना कर दिया कि मैं आप लोगों की मदद नहीं कर सकता।
पीड़ित मां
के साथ भटकती रही
शुक्रवार को
पीड़ित अपनी मां के साथ छतरपुर आई। इस मामले की शिकायत के साथ पुलिस अधीक्षक से मिलना
चाहा, लेकिन वो दफ्तर में नहीं थे। लड़की का आरोप है कि एसपी के नहीं होने पर किसी
दूसरे अधिकारी ने उसका आवेदन तक नहीं लिया। लड़की का आरोप है कि लवकुशनगर थाना पुलिस
पहले ही विधायक के दबाव में कुछ नहीं कर रही है। अब जिला मुख्यालय पर भी किसी ने उसकी
फरियाद नहीं सुनी। लड़की की मां ने रोते हुए कहा कि उसे न्याय चाहिए।
मुझे भाई और
पिता से कोई मतलब नहीं
मामले पर जब
बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति से बात की गई, तो उन्होंने साफ कह दिया कि जो जैसा करे
वैसा भरे। उन्होंने कहा कि मैं अपने भाइयों और पिता से अलग रहता हूं। मेरा अलग जीवन
है, मुझे इस मामले में कोई लेना-देना नहीं है। यदि मेरे भाई ने कोई गलत काम किया है,
तो कानून अपना काम करेगा। उन्होंने कहा कि कई बार मेरे परिवार के कारण मेरी छवि खराब
करने की कोशिश भी की जाती है।
पुलिस ने कहा
लवकुशनगर टीआई हेमंत नायक ने
कहा कि 31 जनवरी को महिलाओं के झगड़े का मामला सामने आया था, जिसमें दोनों पक्षों पर
एफआईआर दर्ज की गई थी। लड़की ने लवकुशनगर थाना पुलिस को दुष्कर्म जैसे आरोप की बात
नहीं कही थी। यदि लड़की थाने आती है, तो मामला दर्ज किया जाएगा।
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