इंदौर। एक महिला के सिर में तीन साल पहले पनपा एक ब्रेन ट्यूमर इतना बड़ा हो गया है कि उसे आए दिन सिरदर्द होने लगा और फिर इतना बढ़ गया कि वह ठीक से सो नहीं पाती थी। उसने इंदौर में सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में दिखाया तो डॉक्टरों ने उक्त ट्यूमर निकालना जान के लिए जोखिम बताया। हाल ही में उसने इंदौर के ही एक प्राइवेट सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में डॉक्टरों को दिखाया। यहां डॉक्टरों ने उसकी सिटी स्कैन सहित कई जांचें कर 11 घंटे चले ऑपरेशन के बाद निकाल लिया। महिला अब स्वस्थ है तथा तीन दिन बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
मामला खरगोन
निवासी मीनू पति भरत वर्मा (42) का है। उसके ब्रेन के महत्वपूर्ण हिस्से के बीच बड़ा
ट्यूमर था। तीन दिन पहले उसने उक्त प्राइवेट सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में डॉक्टरों
को बताया तो उन्होंने उसकी पूरी हिस्ट्री जानी। इसके साथ ही शुगर, कोलेस्ट्राल, सोनोग्राफी,
सिटी स्कैन सहित कई प्रकार की जांच की। इसमें पता चला कि ब्रेन के अंदर की चमड़ी लगा
एक ट्यूमर है जो अंदर काफी आगे तक बढ़ा हुआ है। इस ट्यूमर के कारण महिला को काफी तकलीफ
थी। खास बात यह कि महिला की सारी रिपोर्टस नॉर्मल आई लेकिन फिर भी ट्यूमर ब्रेन में
ऐसे स्थान पर था कि ऑपरेशन करने के दौरान अगर कोई नस कट जाए तो उसे पैरालिसिस, आंखों
की रोशनी जाने, सुनने की क्षमता खत्म होने सहित कई प्रकार के जोखिम थे।
हॉस्पिटल के
डॉ. क्षितिज निगम (न्यूरो सर्जन) व उनकी टीम के डॉ.आशीष शर्मा, डॉ. राज केशरवानी, डॉ,
मेहुल व एनेस्थीसिया के डॉक्टरों ने उसका ऑपरेशन प्लान किया। इसके इलाज के लिए करीब
5 लाख रु. का खर्च अनुमानित था। महिला इलाज का खर्च करने में सक्षम नहीं थी लेकिन उसका
आयुष्मान कार्ड था। इस पर उक्त योजना के तहत प्रोसेस शुरू कर उसका रविवार को ऑपरेशन
किया गया। डॉ. क्षितिज निगम ने बताया कि महिला को मोनिन्जियोमा ट्यूमर था जो ब्रेन
के बिल्कुल बीच में स्थित था और ऑपरेशन करने में कई प्रकार की चुनौतियां थी। इस ट्यूमर
सामान्य पद्धति से ऑपरेशन करने पर कई बार पेशेंट को पैरालिसिस होने का ज्यादा खतरा
होता है। इसके चलते नई टेक्निक की मदद से ऑपरेशन शुरू किया गया जो 11 घंटे चले।
बकौल डॉ. निगम उक्त ट्यूमर का
आकार 6x5x5 सेमी है। ऑपरेशन के बाद मरीज की स्थिति में तेजी से सुधार हुआ। महिला अब
पूरी तरह होश में है और ठीक से बोल भी रही है। अभी उसे संतुलित आहार दिया जाएगा। खास
बात यह कि महिला को अब सिरदर्द से पूरी तरह आराम है। तीन दिन बाद उसे डिस्चार्ज कर
दिया जाएगा। इस जटिल सर्जरी करने पर हॉस्पिटल ग्रुप के चेयरमेन सुरेशसिंह भदौरिया,
वाइस चेयरमेन मयंकराज सिंह भदौरिया, डायरेक्टर आरएस राणावत, एडिशनल डायरेक्टर आरसी
यादव व सुपरीटेंडेंट ने लेफ्टिनेंट कर्नल डॅा.अजय सिंह ठाकुर ने टीम की सराहना की है।
डॉ. निगम ने बताया कि इस प्रकार के ट्यूमर का इलाज अब आयुष्मान योजना में फ्री में
संभव है।
Post a Comment