इंदौर। प्रवासी भारतीय सम्मेलन में अब गिनती के दिन शेष बचे हैं। अधिकारी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। इंदौर विकास प्राधिकरण की तरफ से पधारो म्हारा घर थीम के तहत प्रवासी भारतीयों को इंदौर के कुछ घरों में रुकवाया जाएगा। आईडीए इस आयोजन पर 27 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा ने आईडीए के कार्यों को लेकर दैनिक भास्कर से चर्चा में विस्तार से जानकारी दी।
एक-दो दिन में
पूरे होंगे 27 करोड़ के काम
इंदौर विकास
प्राधिकरण अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा ने बताया कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन 8 से 10 जनवरी
के बीच होना है। इंदौर को ये सौभाग्य मिला है। इस पल को हम बहुत अच्छा और यादगार बनाना
चाहते हैं। इसलिए इंदौर विकास प्राधिकरण ने एयरपोर्ट के सामने से लेकर सुपर कॉरिडोर
और एमआर 10 टोल तक सौंदर्यकरण के अनेक काम किए हैं। जो आगामी एक वर्ष में काम होना
थे वो सारे स्थायी काम हम लगातार कर रहे हैं। मुझे लगता है कि एक-दो दिन में सारे काम
पूर्ण हो जाएंगे। इंदौर विकास प्राधिकरण लगभग 27 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। इससे इंदौर
शहर का स्वरूप बदला हुआ दिखेगा। प्रवासी भारतीय को इस प्रकार का आभास कराने में हम
सफल होंगे कि आपका इस रूप में भी हम स्वागत करना चाहते हैं। अभिनंदन करना चाहते हैं।
72 पेज की भविष्य
के इंदौर की इन्वेस्टमेंट गाइड देंगे मेहमानों को
आईडीए अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा
ने बताया कि इंदौर विकास प्राधिकरण आने वाला भविष्य का इंदौर कैसा हो इस प्रकार की
एक पुस्तक बना रहा है। 72 पेज की बुकलेट रहेगी। शहर के विकार को लेकर प्राधिकरण ने
जो किया है, उसका वर्णन रहेगा साथ ही आने वाले समय में हम यहां ट्रांसपोर्ट, मेडिकल,
एजुकेशन सहित आवासीय योजना को लेकर क्या-क्या प्लान है 25 से 30 सालों में ये सारे
उल्लेख उसमें रहेगा। जिससे इंदौर की भव्यता और होने वाले कार्यों की जानकारी प्रवासी
भारतीय को मिल सके। ऐसी एक बुकलेट और साथ में अहिल्या माताजी का चित्र जहां एनआरआई
रुकेंगे उन परिवारों के माध्यम से इंदौर विकास प्राधिकरण देने वाला है।
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