इंदौर। इंदौर के खजराना और बाणगंगा में दो मासूम बच्चियों की जलने से मौत हो गई। दोनों अपने घर में नहाने के लिए रखे गर्म पानी से झुलस गई थी। उन्हें उपचार के लिए एमवाय में भर्ती कराया गया था। जहां रात में दोनों ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है।

ऐसे जली डेढ़ साल की सोनिका

डेढ़ वर्षीय सोनिका के पिता राजू लोंगरे ने बताया कि 7 जनवरी के दिन उनकी पत्नी ने नहाने के लिए पानी गर्म किया था। इसके बाद उसे बाथरुम के पास बाहर की तरफ रख दिया। इस दौरान सोनिका खेलते हुए वहां तक आई और गर्म पानी के बर्तन में हाथ डालकर उसे उंडेल दिया। बच्ची को गंभीर हालत में झुलसने के चलते अस्पताल लेकर आया गया। यहां रविवार रात उसने दम तोड़ दिया। मूल रूप से हरदा के पास अजनाद के रहने वाले पिता राजू के मुताबिक उनकी एक बेटा अंश और तीन बेटियां हैं। जिसमें सोनिका सबसे छोटी है। वह मकान निर्माण के काम से जुडे़ हुए हैं। कुछ साल पहले परिवार को लेकर काम के सिलसिले में इंदौर आ गए थे।



डेढ़ वर्षीय सोनिका

तीन साल की मासूम ने भी तोड़ा दम

 



तीन साल की लाव्या

बाणगंगा के भागिया इलाके में रहने वाले राजेश चौकसे की तीन वर्षीय बेटी लाव्या भी 5 जनवरी की सुबह जल गई थी। उसे भी उपचार के लिए एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां लाव्या ने भी रविवार देर रात दम तोड़ दिया। पिता ने बताया कि लाव्या अपने भाई दीपक (8) के साथ खेल रही थी। लाव्या की मां ने उसके लिए गर्म पानी की रॉड लगाई थी। रॉड निकालने के बाद वह बर्तन एक तरफ रखकर दूध गर्म करने किचन में चली गई थी। इस दौरान लाव्या ने दोनों हाथ बर्तन में डाल दिए। पीछे हटते ही पानी उसके उपर आ गया। उसे गंभीर हालत में एंबुलेंस से अस्पताल लेकर पहुंचे थे। राजेश के मुताबिक वह मूल रूप से देवास के रहने वाले हैं। करीब 12 साल पहले इंदौर आकर बस चुके हैं। मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। लाव्या उनकी इकलौती बेटी थी।


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