कटनी। मध्यप्रदेश के कटनी कलेक्टर अवि प्रसाद इन दिनों सुर्खियों में हैं। इसके पीछे की वजह उनके द्वारा जारी किया हुआ एक आदेश है जिसमें उन्होंने मध्याह्न भोजन बनाने वाली समिति को पत्र लिखकर निर्देश दिए हैं कि जो मध्याह्न भोजन बच्चों को परोसा जाता है, उसे बच्चो से पहले कलेक्टर स्वयं चखेंगे। उनकी गैर-मौजूदगी में जिले के वरिष्ठ अधिकारी उसकी गुणवत्ता की परीक्षण करेंगे।

हाल ही में कटनी कलेक्टर अवि प्रसाद माधवनगर के कैरिन लाइन स्थित सरकारी स्कूल के दौरे पर गए थे। जहां बच्चों के साथ सम्मिलित होकर कलेक्टर ने भी मध्याह्न भोजन किया था। उस दौरान भोजन की गुणवत्ता शासन की गाइडलाइन के अनुरूप नहीं थी। इससे नाराज होकर कलेक्टर ने आदर्श धार्मिक पारमार्थिक एवं शैक्षणिक सेवा समिति को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया था। जारी नोटिस पर संस्था ने भी गलती मानी और भविष्य में सुधार करने का आश्वासन दिया है।

मध्याह्न भोजन की जांच की नई व्यवस्था

कलेक्टर अवि प्रसाद ने आदेश जारी किया है। मध्याह्न भोजन बनाने वाली सभी समितियों को कहा गया है कि बच्चों को जाने वाला मध्याह्न भोजन का एक टिफिन पहले कलेक्टर को भेजा जाए। इसका सेवन खुद कलेक्टर करेंगे। उनकी गैर-मौजूदगी में वरिष्ठ अधिकारी जांच करेंगे। कलेक्ट्रेट भेजा गया टिफिन और स्कूल भेजे जाने वाले मध्यान भोजन में अंतर पाए जाने पर शासन को भ्रमित करने और इसे धोखाधड़ी मानते हुए दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

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