सिर्फ आंकड़ा बदला है....2023

जगजीतसिंह भाटिया
प्रधान संपादक

नया वर्ष आपका स्वागत है...। 31 दिसंबर को लेकर पूरे देश में जो धूम मचाई जाती है..., वह किसी से छुपी हुई नहीं है। 31 दिसंबर एक ऐसा दिन है जो शराब पार्टियों के नाम रहता है। पूरे विश्व में इस दिन को मनाया जाता है। वहीं, हमारे देश में हिंदू नववर्ष के अनुसार अप्रैल में चैत्र प्रतिपदा से शुरू होता है। ठीक इसी प्रकार लोहड़ी और पोंगल सहित कई समाजों के नववर्ष शुरू होने की अपनी-अपनी परंपरा है और इन्हें धार्मिक रूप से मनाया जाता है। नए साल की बात करें तो साल-दर-साल आंकड़ा तो बदल जाता है, लेकिन आदमी की हरकत नहीं बदलती। संकल्प लेना मन बहलाने जैसा हो गया है। युवाओं की सोच बदलने से रही..., वो सिर्फ खुद के लिए जी रहे हैं...। अब उनके लिए हर रात 31 दिसंबर की हो चली है..., बस इतना ही फर्क है कि साल के बीतते आखिरी दिन कुछ ज्यादा ही जोश में रहते हैं...। इंदौर में 31 दिसंबर 2022 की रात एक परिवार के लिए काल बनकर आई और उनके बेटे को महज इसलिए मार डाला गया कि उसने सड़क घेरकर खड़े युवाओं से हॉर्न बजाकर साइड मांगी थी...।  सड़क घेरने की आदत इंदौर से जाती दिखाई नहीं दे रही है। ट्रैफिक नियमों की धज्जियां दिन में ही बाइकर्स उड़ा रहे हैं...। ट्रैफिक सिग्नल पर लेफ्ट टर्न पर ही डटे रहते हैं, लोग हॉर्न बजाकर साइड मांगते हैं तो विवाद करते हैं...। तो फिर रात में तो पूरी आजादी मिली हुई है, खासकर बीआरटीएस पर...। इंदौर में बढ़ते अपराधों के पीछे एक कारण और है..., यहां होस्टल में जितने भी छात्र पढ़ने के लिए आए हैं उनके संबंध में तो पूरी जानकारी थाने पर संबंधित होस्टल द्वारा दे दी जाती है, लेकिन इनके रूम में बिहार और यूपी से आकर अपराधों में संलिप्त रहे युवा रह रहे हैं और इंदौर में अपराध करके निकल जाते हैं, जिनका कोई रिकॉर्ड न तो पुलिस के पास है और न ही होस्टल वालों के पास। वहीं शहर में ज्यादातर बाइक चोरी की चल रही है, जिन पर बेखौफ होकर बदमाश अपराध कर रहे हैं। एक बाइक पर तीन-तीन लोग फर्राटे मार रहे हैं, जिनके पास चाकू तो मौजूद ही रहता है और मामूली विवाद पर यह बदमाश लोगों पर हमला कर देते हैं। ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते। यदि कोई कार वाला गलती से रेड सिग्नल क्रॉस कर लेता है तो बिना लिए-दिए ट्रैफिक पुलिस उसे नहीं छोड़ती। 

     वैसे 31 दिसंबर की रात थी। वैसे भी अब हर रात तो युवाओं के लिए उत्सवी रात हो चली है...। नशा करो और सैर-सपाटा करो....।  जोश..., खुशी और मामूली बात पर अपराध की तरफ युवाओं के बढ़ते कदमों को कोई रोकने वाला नजर नहीं आता। इसके अलावा इंदौर में एक नया ट्रेंड और शुरू हो चुका है कि जन्मदिन सड़क पर मनाना। गली-मोहल्लों से लेकर यह ट्रेंड अब चौराहों पर दिखाई देने लगा है। सड़क घेरना..., कोई कुछ कहे तो विवाद करना। ...और तो और अब छुटभैये नेता और गली-मोहल्ले के दादा-पहलवानों का जन्मदिन हो तो एक सप्ताह पहले से माहौल बनाना शुरू कर रहे हैं..। भले ही कोई बधाई न देता हो, फिर भी खंभों पर टंग रहे हैं और चेले-चपाटी भैया को जन्मदिन की बधाई दे रहे हैं। गली-मोहल्लों से लेकर सड़कों पर तेज आवाज में बजता डीजे भी कानून के रखवालों को मुंह चिढ़ाता है कि आप कुछ नहीं कर सकते..! गली-मोहल्लों के तो यह हालात हो चले है कि जन्मदिन की पार्टी में सड़क पर ही जाम छलकने लगे हैं। इस ट्रेंड को रोकने के लिए पुलिस को पहल करना होगी। बीते वर्ष पुलिस द्वारा एक पहल की गई थी, जिसमें सप्ताह में एक दिन थाना प्रभारी टीम के साथ अपने क्षेत्र में जनता के बीच जाते थे और उनकी समस्या सुन निराकरण करते थे। नागरिकों की भी अपनी जवाबदेही बनती है कि यदि उनके क्षेत्र में सड़क पर जन्मदिन मनाया जाता हो, डीजे बजता हो तो ये परेशानी पुलिस को बताए..., क्योंकि शहर में कई कॉलोनियों में अब सड़क पर जन्मदिन मनाया जाने लगा है..., डीजे बजाने की बात पर भी विवाद हो रहे हैं...। वहीं, पुलिस को भी अपना कर्त्तव्य ईमानदारी से निभाना चाहिए..., क्योंकि गत दिनों द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में जागरुक नागरिक ने बदमाशों की शिकायत की थी। पुलिस ने बदमाशों को इस जागरुक नागरिक की जानकारी दे दी थी...। बस यही कारण है कि लोग बदमाशों की शिकायत नहीं कर पाते...। इसलिए पुलिस की भी अपनी जवाबदेही बनती है कि वह नागरिकों की सुरक्षा करें...।


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