भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पैरट यानी तोते की अंग्रेजी में स्पेलिंग न बताने की एक पांच साल की बच्ची को बड़ी सजा मिली। उसके ट्यूशन टीचर ने न केवल उसके साथ पिटाई की, बल्कि उसका हाथ तक तोड़ दिया। परिजनों को उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। पुलिस में शिकायत हुई तो ट्यूशन टीचर को गिरफ्तार किया गया और बाद में जमानत पर छोड़ दिया।
स्कूलों में
सजा देना अपराध हो चुका है। इसके बाद भोपाल के कई कोचिंग इंस्टिट्यूट्स और प्राइवेट
स्कूलों से लगातार बच्चों के साथ मारपीट की खबरें आ रही हैं। जो नया मामला सामने आया
है, उसने तो ट्यूशन टीचर की सोच पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। मामला हबीबगंज थाना क्षेत्र
का है, जहां ई-6 अरेरा कॉलोनी निवासी भानुप्रताप ने बच्ची के ट्यूशन टीचर प्रयाग विश्वकर्मा
के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। 27 दिसंबर को रोज की तरह उनकी पांच साल की बेटी ट्यूशन
के लिए गई थी। लौटी तो रो रही थी। चेहरे और हाथ पर चोट के निशान थे। परिजनों ने पूछताछ
की तो उसने बताया कि ट्यूशन टीचर ने उसे पीटा है। हाथ में दर्द ज्यादा हो रहा था, इस
वजह से भानुप्रताप बेटी को लेकर तत्काल डॉक्टर के पास पहुंचे। डॉक्टर ने एक्सरे करवाया,
जिसमें हाथ में फ्रेक्चर होने की बात सामने आई है।
स्पेलिंग न
बता पाने पर हाथ मरोड़ा और थप्पड़ मारे
बच्ची ने घर पर बताया कि शिक्षक
प्रयाग विश्वकर्मा ने पैरट की स्पेलिंग पूछी थी। नहीं बता सकी तो हाथ मरोड़ा और गाल
पर थप्पड़ मारे। इसकी वजह से ही हाथ में फ्रेक्चर आया है। गाल भी लाल हो गए थे। परिजनों
ने इस मामले की शिकायत पुलिस में की। तत्काल एफआईआर दर्ज करते हुए टीचर को गिरफ्तार
किया गया। बाद में उसे जमानत पर छोड़ा गया। प्रयाग विश्वकर्मा की उम्र 21 साल है और
वह खुद कॉलेज पढ़ता है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 323 और किशोर न्याय अधिनियम 2015 की
धारा-75 के तहत केस दर्ज किया है। दोनों ही धाराएं जमानती हैं।
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