शिवपुरी। मध्यप्रदेश में शिकारी जंगली जानवरों को अलग-अलग तरीके से शिकार बना रहे हैं। हाल में ही पन्ना के जंगलों में फांसी पर लटका कर बाघ का शिकार किया गया है। ऐसा ही एक मामला शिवपुरी जिले से भी सामने आया है। जिले के रन्नौद थाना क्षेत्र के जंगलों में शिकारियों द्वारा बिछाई गई बारूद का शिकार एक पालतू गाय हो गई। गाय के जबड़े में बारूद के फटने से उसका मुंह बुरी तरीके से जख्मी हो गया। पीड़ित ने इसकी शिकायत रन्नौद थाना सहित पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर दर्ज कराई है।
मेघोना डांग
के रहने वाले रामकृष्ण लोधी पुत्र श्याम सिंह लोधी ने बताया कि बीते रोज उसकी गाय चंद्रभान
सिंह लोधी अन्य मवेशियों के साथ गांव से सटे हुए जंगल में चराने के लिए ले गया था।
इसी दौरान जंगल में गाय ने बारूद से भरे एक गोले को मुंह में रख लिया। बारूद के फटने
से गाय का मुंह बुरी तरीके से जख्मी हो गया। चंद्रभान सिंह लोधी के अनुसार गाय के मुंह
में बारूद के गोले के फटने की तेज आवाज हुई थी। गाय को घर लाया गया, जिसके बाद वह अब
खाने पीने में असमर्थ हो चुकी है। इसकी शिकायत उसने रन्नौद थाना सहित पुलिस अधीक्षक
कार्यालय पहुंचकर दर्ज कराई है।
जंगली सुअर का शिकार करने बिछाते हैं बारूद
रामकृष्ण लोधी ने बताया की ग्राम देहर में चार से पांच मोगिया टपरिया बना कर रहते हैं। इन्हीं के द्वारा जंगली सुअर का शिकार करने के लिए बारूद के गोले जंगल में बिछाए जाते हैं, ऐसे में जब जंगली सुअर बारूद के गोले को मुंह में रखता है तो वह फट जाता है जिससे जंगली सूअर गंभीर रूप से घायल हो जाता है। जिसके बाद शिकारी मोगिया जंगली सुअर के मांस को बेचकर मुनाफा कमाते हैं। रामकृष्ण लोधी ने बताया कि शिकारी बारूद के ऊपर खाने की सामग्री को लपेट देते हैं। जिससे जंगली सूअर उसे खाने की नियत से अपने मुंह में रखकर चबाता है तो बारूद मुंह में ही फट जाता है, जिससे मवेशी सहित जंगली जानवर घायल हो जाते हैं। यही वजह रही कि उसकी गाय ने भी शिकारियों द्वारा बिछाई गई बारूद के गोले को मुंह में रखकर चबा लिया, जिसके फटने के बाद गाय बुरी तरीके से घायल हो गई।
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