इंदौर। रईस घर की संतान, 40 लाख की गाड़ी, महंगे स्कूल की पढ़ाई, देर से घर से निकले और गाड़ी का एक्सीलेटर फुल दबा रखा था। रफ्तार इतनी ज्यादा थी कि कि ओवरटेक करते समय कार बेकाबू हो गई। टायर फट गया। डिस्क टूटकर जमीन पर घिसटने लगी। सुबह की सैर पर निकले लोग जान बचाने इधर-उधर भागे। दो-तीन गाड़ियों को टक्कर मारती हुई कार आखिर एक पेड़ से टकराकर ही थमी। दो लोग घायल हुए। सुबह की सैर पर निकले कुछ लोगों ने तो मौत को बिल्कुल करीब से देखा। छात्र बच गया। लोगों ने टोका तो बाप की रौब झाड़ने लगा।
100 की रफ्तार से दौड़ा रहा था गाड़ीछात्र ने खुद का नाम हर्षित जायसवाल बताया। गाड़ी नंबर एमपी09-सीएल-5092 है। स्कूल के लिए वह लेट हो गया था। इस वजह से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से कार चला रहा था। स्पीड बहुत ज्यादा थी और कार उससे संभली नहीं। उसने दो वाहनों को टक्कर मार दी। एक मॉर्निगं वॉकर और सब्जी वाले को घायल कर कार एक पेड़ में जा घुसी।
कार की रफ्तार
इतनी अधिक थी कि मॉर्निंग वॉकर उसे देखते ही जान बचाने को यहां-वहां दौड़ते नजर आए।
लोगों ने पकड़ा तो हर्षित अपने पिता के नाम का रौब झाड़ने लगा। हादसे में कार का पहिया
टूट गया। इससे स्पीड कम हो गई थी। यदि पहिया नहीं टूटता तो कई जानें भी जा सकती थी।
पुलिस और प्रशासनिक
अफसरों के बंगले हैं इलाके में
जिस सड़क पर यह हादसा हुआ, उस
पर कई प्रशासनिक और पुलिस अफसरों के बंगले हैं। बड़ी संख्या में लोग मॉर्निंग वॉक के
लिए इस रास्ते पर आते हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि छात्र की कार की रफ्तार
100 किमी प्रति घंटे से अधिक थी। वह गाड़ी को संभाल नहीं पाया। पकड़े जाने पर हर्षित
ने बताया कि वह स्कूल के लिए लेट हो गया था। इस वजह से तेज चला रहा था। हादसे में दो
लोग घायल हुए हैं। लोगों ने पुलिस के साथ ही स्कूल प्रबंधन को भी इस घटना की जानकारी
दी है।
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