जबलपुर। सेंट्रल ऑर्डनेंस डिपो (सीओडी) के एम्युनिशन टेक्निकल एरिया में पुराने बमों के डेटोनेटर को नष्ट करने की प्रक्रिया के दौरान हुए विस्फोट में एक कर्मचारी घायल हो गया। शुक्रवार को हुई इस घटना में दूसरे कर्मचारी बाल-बाल बचे। हादसे की जानकारी मिलते ही मौके पर फायर ब्रिगेड से लेकर सैन्य अधिकारी पहुंच गए। डिपो प्रबंधन ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
सूत्रों ने
बताया कि एम्युनिशन सब डिपो के पास एम्युनिशन टेक्निकल एरिया (एटीए) है। यहां पर अनुपयोगी
बमों को नष्ट करने का काम किया जाता है। शुक्रवार को भी यह प्रक्रिया की जा रही थी।
इस काम को तकनीकी कर्मचारी करते हैं। लेकिन शुक्रवार को इस काम में अप्रशिक्षित कर्मचारियों
को सलंग्न किए जाने की बात सामने आई है। इसलिए यह हादसा हुआ। घायल कर्मचारी का इलाज
डिस्पेंसरी में किया गया।
डिपो में दहशत फैल गई
बताया जाता है कि डेटोनेटर को नष्ट करने के लिए एक भट्टी का उपयोग किया जाता है। लगभग चार कर्मचारियों ने इसी भट्टी में पुराने डेटोनेटर को रखने का काम प्रारंभ किया। वे पहली ही खेप लेकर पह़ुंचे थे, तभी एक डेटोनेटर में अचानक विस्फोट हो गया। इसमें एक कर्मचारी को हाथ में गंभीर चोट आईं। इस बीच दूसरे कर्मचारी वहां से भागे नहीं तो उन्हें भी नुकसान पहुंचता। इस घटना के बाद डिपो में दहशत फैल गई।
कर्मचारी संगठनों
ने जताया विरोध
इस घटना के बाद बड़ी संख्या में
कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। उन्होंने इस घटना के
लिए प्रबधन की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। संगठनों का आरोप था कि यह काम विशेषज्ञ
कर्मचारियों से कराया जाना चाहिए। लेकिन नॉन टेक्निकल कर्मचारी इसे कर रहे थे। इससे
यह हादसा हुआ। घटना के संबंध में सीओडी के प्रशासनिक अधिकारी कर्नल स्वर्णेन्दु राय
से संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने घटना के संबंध में अनभिज्ञता जाहिर की।
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