रामलला की प्राण प्रतिष्ठा अगले महीने की 22 तारीख को होनी है। इस उत्सव के लिए अयोध्या को सजाया-संवारा जा रहा है। इस बीच आज अयोध्या शहर को पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन और नए एयरपोर्ट का तोहफा मिल रहा है। पीएम मोदी अयोध्या के पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन और नए एयरपोर्ट का उद्घाटन करने अयोध्या पहुंचे हैं। इस दौरे के दौरान पीएम मोदी यहां 15,700 करोड़ रुपए से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे।

स्मार्ट सिटी बनेगी अयोध्या

पीएम मोदी की परिकल्‍पना अयोध्या में आधुनिक विश्वस्तरीय अवसंचरना का विकास करना, कनेक्टिविटी में सुधार करना और शहर के समृद्ध इतिहास और विरासत के अनुरूप नागरिक सुविधाओं का कायाकल्‍प करना है। इसी के तहत श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या की पौराणिक सरयू नदी पर हेरिटेज रिवर फ्रंट का विकास किया जाएगा। इसके अलावा अयोध्या को स्मार्ट सिटी बनाने का भी प्लान है।

प्रभु श्रीराम की नगरी को एक आध्यात्मिक केंद्र, वैश्विक पर्यटन स्थल और भव्य स्मार्ट सिटी के तौर पर डेवलप किया जा रहा है। शहर में एक नई ग्रीनफील्ड टाउनशिप को भी बसाया जाएगा। इस टाउनशिप में भक्तों के ठहरने की सुविधा जैसे आश्रम, होटल, मठ इत्यादि होंगे।

हर रोज श्री राम के दर्शन के लिए आएंगे 3 लाख श्रद्धालु!

अयोध्या में अगले महीने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद हर रोज लगभग 3 लाख श्रद्धालुओं के यहां आने का अनुमान लगाया जा रहा है। ऐसे में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने और उनकी मूलभूत जरूरतों को पूरा करने के लिए मास्टर प्लान 2031 के अनुसार अयोध्या का पुनर्विकास करने और उन्नत करने के लिए 85300 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश के साथ 10 वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

बदल जाएगी अयोध्या

अयोध्या में कोर सिटी एरिया और मंदिर के आसपास के क्षेत्र को धरोहर के अनुसार पुनर्विकसित किया जाएगा। इसके अलावा 108 एकड़ के श्रीराम मंदिर क्षेत्र पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा ताकि शहर के बाकी हिस्से उसके अनुकूल बन सकें।

सरयू नदी पर रिवर फ्रंट का विकास किया जाएगा साथ ही वहां वॉटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने का भी लक्ष्य रखा गया है। तीन परिक्रमा मार्गों 5 कोसी, 14 कोसी और 84 कोसी में पर्याप्त सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इसके साथ ही साथ पास के अन्य धार्मिक तीर्थस्थानों का एकीकृत विकास और वहां आने जाने का रास्ता सुगम बनाया जाएगा।

जल, सीवर, बिजली, यातायात जैसे सिविक इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करना भी इस योजना में शामिल हैं। कुछ बेहतरीन अंतरराष्ट्रीय शहर जैसे वैटिकन सिटी, वेनिस और कुछ भारतीय शहर जैसे अमृतसर, वाराणसी, मदुरै और तिरुपति इत्यादि के अनुभव के आधार पर अयोध्या के विकास की योजना बनाई गई है। इमारतों के बाहरी हिस्सों के रंग और वास्तुकारी को सांस्कृतिक धरोहर के हिसाब से ढाला जाएगा।

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