राजस्थान में बदली वोटिंग की तारीख, अब 23 की जगह 25 नवंबर को होगा मतदान


राजस्थान विधानसभा मतदान की तारीख अब 23 की जगह 25 नवंबर कर दी गई है। माना जा रहा है कि चुनाव आयोग ने यह फैसला देवउठनी एकादशी को देखते हुए लिया है। चुनाव आयोग ने एक बयान जारी करते हुए कहा,”विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों की ओर से मतदान की तारीख में बदलाव के लिए विभिन्न मीडिया प्लेटफार्मों में बात रखी गई थी, इसलिए तारीख बदली जा रही है।” सोशल मीडिया पर तारीखों के ऐलान के बाद देवउठनी एकादशी के चलते 23 नवंबर को कम मतदान होने की आशंका भी जताई गई थी।

क्या होगा शेड्यूल?

  • आधुसूचना और नामांकन की शुरुआत : 30 अक्टूबर
  • नामांकन की तारीख : 6 नवंबर
  • नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी : 7 नवंबर
  • नाम वापसी की आखिरी तारीख : 9 नवंबर
  • मतदान : 25 नवंबर
  • वोटों की गिनती : 3 दिसंबर

 राज्य में कुल दो सौ सीटें हैं। यहां कुल मतदाताओं की संख्या 5.26 करोड़ है। इनमें से 2.73 करोड़ पुरुष और 2.51 करोड़ महिला मतदाता हैं। राज्य में इस बार 6.96 लाख नए मतदाता जुड़े हैं, जो पहली बार अपना वोट डालेंगे। राज्य में 5.61 लाख विशेष मतदाता हैं। इनको डाक मतपत्र के जरिए अपना मतदान करने की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। राज्य में 17,241 वोटर ऐसे हैं, जिनकी उम्र 100 वर्ष से अधिक है। इसके अलावा 11.78 लाख मतदाताओं की उम्र 80 वर्ष से अधिक है।

मतदान की तिथि का ऐलान होते ही राज्य में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गया है। राज्य में भाजपा और कांग्रेस दो बड़े दल हैं। पिछले कई विधानसभा चुनावों के बाद सत्ता इन्हीं दोनों दलों में से किसी एक के पास बारी-बारी से रहती है। 

इस बीच राज्य में चुनावी हलचलें तेज हो गई हैं। राजस्थान में चुनाव की तारीख की घोषणा होने से पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनता को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए बिहार की तर्ज पर राज्य में जातीय जनगणना कराने की घोषणा कर दी। इससे पहले हाल ही में उन्होंने सूबे में 8 समाज कल्याण बोर्ड गठित करने का ऐलान किया था। उसके तुरंत बाद मुख्यमंत्री ने राजस्थान में भी बिहार पैटर्न पर जातिगत योजना जनगणना करवाने का ऐलान किया। हालांकि गहलोत ने जातिगत जनगणना कराने का कोई तय समय नहीं बताया।

 


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