शिवपुरी। शिवपुरी जिले में मप्र ग्रामीण आजीविका समूह से जुड़ी हुईं महिलाओं को बीसी सखी के माध्यम से जोड़कर बैंकिंग लेनदेन को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिले में समूह की दीदीयों को बीसी सखी के रूप में चयनित किया गया है। यह बीसी सखी ग्रामीण और दूरस्थ इलाकों में पहुंच कर महिलाओं और बुजुर्गों को डिजीटल बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करेंगीं। इससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को घर बैठे ही बैंकिंग सुविधाएं मिल सकेंगी।
इन चयनित बीसी
सखियों को प्रशिक्षण देने का काम शुरू कर दिया गया है। शिवपुरी जिला मुख्यालय पर मप्र
ग्रामीण आजीविका मिशन के कार्यालय पर इन बीसी सखियों को डिजीटल बैंकिंग से संबंधित
जानकारी दी गई। चयनित बीसी सखियों को बैंकिंग से संबंधित ट्रेनिंग दी जा रही है, जिससे बीसी सखियों को आत्मनिर्भर
बनाया जा सके। केंद्र सरकार की पहल पर महिला समूहों की दीदीयों का यह प्रशिक्षण चल
रहा है। प्रशिक्षण के बाद यह महिलाएं अपनी- अपनी ग्राम पंचायतों में बैंकिंग लेन-देन
के काम करेंगी। इसमें बीसी सखी ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना,
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना सहित अन्य योजनाओं
के खाते खुलवाने, राशि लेनदेन सहित बैंकिंग सुविधाएं दिलाने में ग्रामीणों की मदद कर
सकेंगी।
बीसी सखी अंगूरी जाटव ने बताया
कि मैंने बीसी सखी का प्रशिक्षण लिया है और अब मैं अपने गांव में ही बैंकिंग काम करूंगी,
जिससे हमारे गांवों के लोगों को गांव से अब बैंक तक नहीं जाना पड़ेगा और गांव में ही
यह सुविधा मिल जाएगी। एक अन्य बीसी सखी रामसखी रावत ने बताया कि गांवों में हम महिलाओं
को पेमेंट सुविधा देंगे। मप्र ग्रामीण आजीविका मिशन की बैंकिंग एक्सपर्ट शशी सिंह ने
बताया कि महिलाओं को बीसी सखी के माध्यम से जोड़कर बैंकिंग लेनदेन को बढ़ावा दिया जा
रहा है। समूह की दीदीयों को बीसी सखी के रूप में चयनित किया गया है। यह बीसी सखी ग्रामीण
और दूरस्थ इलाकों में पहुंच कर महिलाओं और बुजुर्गों को डिजीटल बैंकिंग सुविधाएं प्रदान
करेंगीं। इससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को घर बैठे ही बैंकिंग सुविधाएं मिल सकेंगी।
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