इंदौर। गुजरात के बाद राजस्थान में असर दिखा रहा तूफान बिपरजॉय भले ही यहां बरस नहीं रहा, लेकिन इसका असर तेज हवा के रूप में महसूस हो रहा है। शनिवार शाम से ही अधिकतम 40 किमी की रफ्तार से चली हवा का दौर रविवार को भी जारी रहा।

चूंकि हवा की दिशा दक्षिण-पश्चिम है, इसलिए यह नमी भी लेकर आ रही है। इसी वजह से बादल भी छाए हुए हैं। अगले सात दिन तक बादलों का असर रहेगा। 21 जून के बाद हलकी बारिश होने की संभावना है, लेकिन मानसून सक्रिय होने के लिए अभी इंतजार जारी रहेगा।

मानसून के वक्त गर्मी भी असर दिखा रही

1 जून से मानसून का खाता खुल जाता है। इन 18 दिनों में महज 2.7 मिलीमीटर ही पानी बरसा है। जून के शुरुआती 15 दिन में तापमान अधिक रहता है। 15 जून आते-आते बादल छाने लगते हैं और बारिश भी हो जाती है। बाकी के 15 दिन में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी कमी आ जाती है। इस दफा कमजोर प्री-मानसून रहने की वजह 15 जून के बाद भी तापमान अधिक है।

प्रदेश में 22 जून तक एक्टिव रहेगा बिपरजॉय

गुजरात-राजस्थान में भारी तबाही मचा चुका 'बिपरजॉय' तूफान मध्यप्रदेश में 22 जून तक एक्टिव रहेगा। अगले दो दिन ग्वालियर-चंबल में भारी बारिश हो सकती है। भोपाल और उज्जैन संभाग भी भीगेंगे। इन चारों संभाग के जिले राजस्थान से जुड़े हैं। यहां आंधी की रफ्तार 60Km प्रतिघंटा या इससे ज्यादा भी रह सकती है। अगले चार दिन प्रदेशभर में मौसम बिगड़ा हुआ रहेगा।

आईएमडी भोपाल के सीनियर मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि 19 और 20 जून को ग्वालियर-चंबल संभाग में तेज आंधी के साथ भारी बारिश भी हो सकती है। गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना और श्योपुरकलां में हेवी रेन होने का अनुमान है। टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, रीवा-सतना में भी 20-21 को तेज बारिश होगी। हालांकि, तूफान का कम दवाब है। गुजरात या राजस्थान जैसे हालात यहां नहीं बनेंगे।

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