भोपाल। 81 वर्षीय बुजुर्ग महिला और उसकी बेटी के बैंक दस्तावेजों का उपयोग कर फर्जी खाता खुलवाकर 92 लाख रुपये ठगने वाले एचडीएफसी बैंक के पूर्व रिलेशनशिप मैनेजर को स्टेट साइबर सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। तीन दिन पहले ही बुजुर्ग मां और उसकी बेटी की शिकायत पर साइबर सेल ने प्रकरण दर्ज किया था। जालसाज ने मां-बेटी से म्यूचुअल फंड में इन्वेंस्टमेंट का झांसा देकर बैंक संबंधी दस्तावेज लिए। उन दस्तावेजों का उपयोग कर अपने मोबाइल नंबर से खाता खुलवाया। मां-बेटी के खाते से 92 लाख रुपये नए खुलवाए खाते में ट्रांसफर कराए और लग्जरी कार व अन्य उपभोग की वस्तुएं खरीद ली।

फर्जीवाड़े का खुलासा होते ही बैंक ने आरोपी को नौकरी से निकाल दिया है। सायबर पुलिस इस मामले में एचडीएफसी, इंडसइंड और एक्सिस बैंक के अधिकारियों की सांठगांठ तो नहीं है, इसकी भी जांच कर रही है। आरोपी ने मां-बेटी के आधार और पैन कार्ड को स्कैन कर उसी आधार पर खाता खुलावाया था। एडीजी सायबर सेल योगेश देशमुख ने शुक्रवार को बताया कि 81 वर्षीय इंद्रा शर्मा, ग्रीन व्यू चूनाभट्टी में रहती हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि एक व्यक्ति ने म्यूचुअल फंड में इंवेस्ट के नाम पर 92 लाख रुपये ठग लिए हैं। ठगी गई राशि में दुबई में रहने वाली उनकी बेटी अर्चना शर्मा के भी 30 लाख रुपये शामिल हैं। जांच में सामने आया कि संजय ठाकुर पुत्र विनय सिंह ठाकुर ने मां-बेटी के दस्तावेजों का उपयोग कर 92 लाख रुपये ठगे हैं। फिर पता चला कि उक्त व्यक्ति एचडीएफसी में रिलेशनशिप मैनेजर है। उसने म्यूचुअल फंड में निवेश का झांसा देकर मां-बेटी के बैंक संबंधी दस्तावेज लिए थे। मां-बेटी ने जब एचडीएफसी बैंक के अधिकारियों को ठगी का पूरा वाकया बताया तो बैंक ने उक्त आरोपी संजय ठाकुर को नौकरी से निकाल दिया है।

जमीन बेचने से मिले पैसों को ठगा

स्टेट साइबर सेल के एसपी वैभव श्रीवास्तव के अनुसार इंद्रा शर्मा ने वर्ष 2019 में जमीन बेची थी। जमीन का पैसा म्यूचुअल फंड में निवेश करने की योजना बनाई। आरोपी ने उन्हें 10-12 प्रतिशत लाभ का झांसा देकर 92 लाख रुपये इंद्रा के बैंक खाते में ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद कुछ राशि अन्य बैंक खातों में फरियादिया की बिना जानकारी के धोखे से स्थानांतरित कर ली थी। जांच में सामने आया कि आरोपी ने राशि एचडीएफसी और आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल म्यूचुअल फंड में ट्रांसफर की है। इंद्रा के बैंक स्टेटमेंट की जांच में खुलासा हुआ कि राशि को अन्य बैंक खाते में आरोपी ने ट्रांसफर की है।

20 लाख की कार, डेढ़ लाख का फोन खरीदा

आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से 20 लाख रुपये कीमती कार और डेढ़ लाख रुपए कीमती आईफोन जब्त किया है। दोनों ठगी की रकम से ही खरीदे गए थे। आरोपी के पास से पुलिस को कई लोगों की चेकबुक समेत अन्य बैंकिंग दस्तावेज मिले हैं। पुलिस उन दस्तावेजों की भी पड़ताल कर रही है। पुलिस को आशंका है कि उक्त आरोपी ने इसी तरह से कई अन्य लोगों को भी झांसे में लेकर ठगा होगा। आरोपी ने जब रुपये की हेराफेरी की थी, तब वह एचडीएफसी में रिलेशनशिप मैनेजर था। बैंक ने उसे सितंबर 2022 में नौकरी से निकाल दिया है

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