भोपाल। मध्यप्रदेश में मौसम में उतार-चढ़ाव की स्थिति रही। पश्चिमी इलाकों में पारा लुढ़का है तो पूर्वी मप्र में तापमान में उछाल रहा। सबसे ज्यादा गिरावट राजधानी भोपाल के न्यूनतम तापमान में रही। जानकारों की मानें तो 15 जनवरी से मौसम में परिवर्तन में संकेत हैं वहीं 18 जनवरी से कड़ाके की सर्दी लौटने के आसार बताए जा रहे हैं। अभी भी प्रदेश में न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री के आसपास ही बना हुआ है। मौसम विभाग का यलो अलर्ट बता रहा है कि चंबल-ग्वालियर संभाग के साथ सागर, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में मध्यम से घना कोहरा बना रहेगा।
मौसम केंद्र
की रिपोर्ट कहती है कि बीते 24 घंटों में प्रदेश का मौसम शुष्क रहा। शिवपुरी, दतिया
और ग्वालियर जिलों में हल्के से मध्यम कोहरा रहा। न्यूनतम तापमान शहडोल संभाग के जिलों
में काफी बढ़े। भोपाल, उज्जैन संभाग के जिलों में गिरावट दर्ज की गई। रीवा, शहडोल संभागों
में रात का पारा सामान्य से काफी अधिक रहा। अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान
कहता है कि मौसम शुष्क बना रहेगा। चंबल-ग्वालियर
संभाग के साथ सागर, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में मध्यम से घना कोहरा
बना रहेगा। इसके लिए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट दिया है।
क्या कहते हैं
आंकड़े
मौसम विभाग
के आंकड़ों की बात करें तो पश्चिमी हिस्से में रात का तापमान लुढ़का है, तो पूर्वी
मप्र में तापमान में उछाल रहा। पूर्वी मप्र में मलाजखंड को छोड़ दें तो सभी जगह न्यूनतम
तापमान 10 डिग्री के ऊपर ही रहा। प्रदेश में सबसे ठंडा पचमढ़ी बना हुआ है। पचमढ़ी में
6.6, रायसेन में 7.8, धार में 8.1, भोपाल में 8.4, गुना-राजगढ़ में 8.8, उज्जैन में
9, मलाजखंड में 9.1 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। भोपाल में साढ़े चार डिग्री
तक गिरावट रही। अधिकतम तापमान की बात करें तो पश्चिमी मप्र में इसमें भी गिरावट रही
तो पूर्वी मप्र में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। प्रदेश में सबसे गर्म खरगोन और मंडला
रहे। दोनों जगह 30, दमोह में 29.5, उमरिया में 28.9, सीधी में 28.8, रीवा में
28.2, खंडवा में 28.1 डिग्री अधिकतम तापमान रहा।
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