दमोह। दमोह जिले के टोली वह संचालित शिक्षा बुआ के कस्तूरबा गांधी कन्या छात्रावास की करीब एक दर्जन छात्राओं को फूड पॉइजन के बाद जिला अस्पताल को भर्ती किया। सभी छात्रों को पेट दर्द से डर और उठती की शिकायत थी।

रविवार शाम छात्रावास की सभी छात्राओं ने खाना खाया और कुछ घंटे बाद वहां की करीब एक दर्जन छात्राओं को उल्टियां होने लगी। किसी को पेट में दर्द तो किसी को सीने में दर्द होने लगा। इस दौरान छात्रावास की वार्डन मौजूद नहीं थी। सहायक छात्रावास सहायक वार्डन से छात्राओं ने मदद मांगी लेकिन उन्होंने कोई प्रयास नहीं किया। बाद में गांव के कुछ लोगों की मदद से इन छात्राओं को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। आरोप बीमार छात्राओं का है। अस्पताल पहुंची छात्रा शांति लोधी ने बताया कि वह काफी देर तक मदद मांगती रही, लेकिन कोई भी उन्हें ना तो डॉक्टर लेकर आया और ना ही उन्हें अस्पताल लेकर आ रहा था। बाद में गांव के सरपंच उन्हें अस्पताल लेकर आए।

शौच देखकर छात्राओं को उल्टियां आईं

छात्रा ने यह भी बताया कि छात्रावास की वार्डन करीब 2 सप्ताह से छात्रावास नहीं आई। मामले में छात्रावास वार्डन दीप्ति चौबे का कहना है कि उनके पास 2 छात्रावासों का प्रभार है। इसलिए वह बारी-बारी से एक-एक छात्रावास में जाती हैं। रही बात फूड प्वाइजनिंग की तो छात्रावास में करीब 160 बच्चियां है, सभी ने शाम के समय खाना खाया था यदि खाना खराब होता तो सभी बच्चे बीमार होते। मुझे बताया गया है कि छात्रावास के पास किसी ने शौच की थी। जिसकी गंदगी देखकर एक छात्रा को उल्टियां हुई और उसे देखकर बाकी छात्रों को भी उल्टी होने लगी।

खतरे से बाहर हैं छात्राएं

छात्राओं का इलाज कर रहे डॉक्टर रोहित जैन ने बताया कि फिलहाल सभी छात्राओं की हालत सामान्य है। खतरे की कोई बात नहीं है। जिस हिसाब से छात्राओं ने अपनी तकलीफ बताई, उससे लगता है कि उनके खाने में कोई ऐसी चीज पहुंची है जो उन्हें परेशान कर रही है। फूड प्वाइजनिंग है या नहीं इसकी जानकारी बच्चों की पूरी रिपोर्ट लेने के बाद बताया जा सकता है। फिलहाल सभी छात्राओं को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।

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