जवाबदेही। आदिवासियों का उत्साह और उमंग भरा पर्व भगोरिया शुरू हो चुका है। मध्य प्रदेश के पश्चिम क्षेत्र में आदिवासियों के उल्लास और उमंग के पर्व भगोरिया का आगाज हो गया है। 

एक सप्ताह तक चलने वाला यह भगोरिया होलिका दहन के साथ 17 मार्च को खत्म होगा। इंदौर संभाग के 5 आदिवासी बहुल जिलों के 176 गांव व कस्बों में भगोरिया हाट की धूम रहेगी। धार जिले में 59 स्थानों पर, झाबुआ जिले में 36 स्थानों पर, अलीराजपुर जिले में 24 स्थानों पर, बड़वानी जिले में 45 स्थानों पर व खरगोन जिले में 12 स्थानों पर आदिवासियों के लोकप्रिय सांस्कृतिक पर्व भगोरिया का आयोजन शुरू हो गया है। मप्र के धार जिले में सर्वाधिक 59 स्थानों पर भगोरिया हाट लगेंगे। यह  तस्वीरें  कट्ठीवाड़ा, वालपुर, उदयगढ़, भगोर, बेकलड़ा, मांडली एवं कालदेवी हैं। यहा 11 मार्च को भगोरिया हाट लगा था।

भगोरिया : कहां कब लगेगा

11 मार्च - शुक्रवार - कट्ठीवाड़ा, वालपुर, उदयगढ़, भगोर, बेकलड़ा, मांडली एवं कालदेवी।

12 मार्च - शनिवार - मेघगनर, रानापुर, नानपुर, उमराली, बामनिया, झकनावदा एवं बलेड़ी।

13 मार्च - रविवार - झाबुआ, छकतला, झीरण, ढोलियावाड़, रायपुरिया, काकनवानी, सोरवा, आमखूँट, कनवाड़ा एवं कुलवट।


14 मार्च सोमवार -
आलीराजपुर, भाबरा, पेटलावद, रंभापुर, मोहनकोट, कुंदनपुर, रजला, बडगुड़ा एवं मेड़वा।

15 मार्च मंगलवार - बखतगढ़, आम्बुआ, अंधारवड़, पिटोल, खरड़ू, थांदला, तारखेड़ी एवं बरवेट।

16 मार्च : बुधवार - चाँदपुर, बरझर, बोरी, उमरकोट, माछलिया, करवड़, बोरायता, कल्याणपुरा, खट्टाली, मदरानी एवं ढेकल।

17 मार्च - गुरुवार - फूलमाल, सोंडवा, जोबट, पारा, हरिनगर, सारंगी, समोई एवं चैनपुरा।



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