मुंबई | मराठा आरक्षण आंदोलन हिंसक होता नजर आ रहा है। सोमवार को बीड़ में एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंके के आवास पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया। पत्थरबाजी के बाद भीड़ ने वाहनों को आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारियों की इस हिंसा का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। भीड़ ने विधायक के माजलगांव स्थित आवास पर जमकर तोड़फोड़ की। इसके बाद वाहनों के साथ ही घर के बाहरी परिसर को भी आग के हवाले कर दिया।
अजित गुट के विधायक हैं प्रकाश
प्रकाश सोलंके माजलगांव से ही विधायक हैं। एनसीपी में फूट के बाद वह अजित पावर के साथ हैं। वह मराठा समुदाय से ही आते हैं। पहली बार ऐसा हुआ है जब मराठा आरक्षण के लिए प्रदर्शन कर रहे लोगों ने किसी राजनेता पर इस तरह का अटैक किया है। बता दें कि मराठा समुदाय लंबे समय से अपने लिए अलग से सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग कर रहा है।
सांसद के साथ भी बहस
मराठा प्रदर्शनकारियों की हिंगोली से सांसद हेमंत पाटिल के साथ भी बहस हो गई। बीड़ और हिंगोली दोनों ही मराठवाड़ा में ही हैं। इस इलाके में मराठा आंदोलन बेहद मजबूत है। कई गांवों में ऐलान कर दिया गया है कि वहां किसी भी राजनेता को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। वहीं मनोज जरांगे पाटिल ने एक बार फिर अनिश्चितकालीन भख हड़ताल शुरू कर दी है। वह 22 अक्टूबर से फिर से अनशन पर बैठे हैं। वहीं बीते कुछ सप्ताह में मराठा समुदाय के कई लोगों ने खुदकुशी भी कर ली है। इस तरह से मराठा आंदलोन अब हिंसा के रास्ते पर निकल पड़ा है।
पिछले महीने ही मुख्यमंत्री शिंदे और दूसरे मंत्रियों की तरफ से आश्वासन मिलने के बाद जरांगे पाटिल ने अपना अनशन खत्म कया था। उन्होंने पिछली बार 17 दिनों की भूख हड़ताल की थी। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को 40 दिन का अल्टिमेटम दे दिया था। इसके बाद सरकार ने रिटायर्ड जज संदीप शिंदे की अध्यक्षता में 7 सितंबर को एक कमेटी बना दी थी। इसके तहत समुदाय के लोगों को कुंबी सर्टिफिकेट देने के बारे में विचार किया जाना था। अब तक कमेटी ने अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है।
मराठा समुदाय की यह मांग दशकों पुरानी है। हालांकि राज्य सरकार ने 2018 में 16 पर्सेंट रिजर्वेश देने का फैसला किया था। हाई कोर्ट ने इसे नौकरियों में घटाकर 13 फीसदी और पढ़ाई में 12 फीसदी कर दिया। वहीं 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने इस आरक्षण को ही कैंसल कर दिया।
Post a Comment