इंदौर। इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में हरतालिका तीज पर सिंजारा पर्व के बाद गणेश चतुर्थी के अवसर के साथ ही गणेशोत्सव की शुरुआत हो गई है। 10 दिन तक चलने वाले इस गणेशोत्सव पर खजराना गणेश जी को सोने का मुकुट पहनाया गया है। कुल मिलाकर ढाई करोड़ रुपए के आभूषणों से उनका शृंगार किया गया है। वहीं सवा लाख मोदक का भोग लगाया गया है। खजराना मंदिर में विराजे गणपति के लिए कहा जाता है कि वे स्वयंभू हैं और हर साल इनका आकार बढ़ता जाता है। इस पूरे मंदिर को 300 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। मंदिर परिसर में प्रवेश करते ही फूलों की खुशबू भक्तों का मन प्रसन्न कर रही है। आपको बताते चलें कि खजराना मंदिर में गणेशोत्सव के दौरान हर दिन लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस बार भी हर दिन 3 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है।
श्रद्धालुओं के लिए लगाए वाटर प्रुफ शेड
खजराना मंदिर में गणेश चतुर्थी को लेकर भक्तों में शानदार उत्साह देखने को मिलता है। यही कारण है कि यहां एक दिन में लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। देर रात से ही मंदिर परिसर में भक्तों की भीड़ पहुंच गई। गणपति जी के दर्शन करने के लिए अल सुबह ही भक्त लंबी-लंबी कतारें लगाकर अपनी बारी आने का इंतजार करने लगे। इस दौरान मंदिर प्रशासन ने भी भक्तों की सुविधाओं का ध्यान रखा है। बारिश के सीजन को देखते हुए मंदिर परिसर में वॉटर प्रुफ शेड लगाए गए हैं, ताकि अचानक बारिश आने पर श्रद्धालुओं को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
राजा स्वरूप
में दिखे श्रीगणेश, राजमहल की थीम पर सजा परिसर
गणेशोत्सव के पहले दिन यानी गणेश
चतुर्थी पर खजराना गणेश राजा के स्वरूप में भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। वहीं मंदिर
को राज महल की थीम पर सजाया गया है। इंदौर कलेक्टर ने ऐसे की गणेशोत्सव की शुरुआत हर
साल एक पुरानी परम्परा को निभाते हुए इंदौर कलेक्टर इलैया राजा टी और निगम कमिश्नर
हर्षिता सिंह ने 21 ब्राह्मणों के साथ वैदिक मंत्र उच्चारण किया। ध्वज पूजन करते हुए
मंदिर में गणेश उत्सव की शुरुआत की। पहले दिन लगाए गए सवा लाख मोदक के भोग को श्रद्धालुओं
को वितरित किया गया। भगवान गणेश का ये भोग बनाने के लिए 40 से अधिक हलवाई और 60 महिलाओं
ने 96 घंटे की मेहनत से मोदक का यह प्रसाद बनाया है।
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