इंदौर। इंदौर में सूदखोरों से परेशान होकर एक मसाला व्यापारी ने सोमवार देर रात सुसाइड कर लिया। इससे पहले उसने पांच पेज का सुसाइड नोट लिखा। रोते हुए एक वीडियो भी बनाया। वीडियो में वह कह रहा है कि 'मुझे बर्बाद कर दिया गया। बच्चों की फीस तक नहीं भर सका हूं।' व्यापारी ने तीन सूदखोरों का नाम लेकर परेशान किए जाने की बात कही।
आजाद नगर पुलिस
का कहना है कि साहिल नगर के वीरेंद्र रामगुलाम सेन (35) ने सुसाइड किया है। जांच की
जा रही है।
वीडियो में
बताए सूदखोरों के नाम
वीडियो में
वीरेंद्र रोते हुए दिख रहा है। कमिश्नर से गुहार लगाते हुए कह रहा है- मैं बर्बाद हो
गया हूं। मेरी और परिवार के लोगों की मदद करें। सूदखोरों ने जमीन बिकवा दी। गोदाम पर
पहुंचकर गाली-गलौज करते हैं। बच्चों की फीस नहीं भर पा रहा हूं। शंकर शर्मा, राजू पाल
और सुनील रायकवार से ने परेशान कर दिया है। इन तीनों से 10 पर्सेंट ब्याज में पैसा
लिया था। पैसा चुका रहा था तब भी ये लोग परेशान कर रहे थे। मेरे जाने के बाद परिवार
के लोगों को काेई परेशान न करें।
सुसाइड नोट में परिवार से माफी मांगी
श्रीमान कमिश्नर महोदय,
आपसे बताना है कि आप हमारा और हमारे परिवार का साथ देना प्लीज सर...। हमें शंकर शर्मा, कल्याण शर्मा, पवनपुरी ने 2016 से बहुत परेशान किया है। इनसे 2016 में एक लाख रुपए लिए थे। 40 हजार रुपए दे चुका हूं। इसके बाद भी इन लोगों ने मेरे खिलाफ केस दर्ज कराए हैं। इन लोगों ने मुझे बर्बाद कर दिया है। मुझे बहुत परेशान किया है।
ये लोग जीने ही नहीं दे रहे हैं। 2016 से इन लोगों को पैसे दे रहा हूं। मेरा बहुत अच्छा काम था सर। इन लोगों ने मुझे पूरा रोड पर ला दिया है। आप से हाथ जोड़ रहा हूं। मुझे इंसाफ दिलाना। मेरे परिवारवालों को अब ये लोग परेशान न करें। सर मैं मरना नहीं चाहता हूं, पर ये लोग जीने नहीं दे रहे हैं।
राजू पाल गली नं-2 मयूर नगर से मैं एक लाख रुपए लिया था। दुकान बेचकर 1.20 लाख रुपए दे दिए। इसके बाद भी मुझ पर 7 लाख रुपए का कर्ज बकाया बता रहे हैं। ये लोग मुझे जीने नहीं देंगे। सुनील रायकवार रोज धमकी देता है कि मेरा पैसा दे नहीं तो अच्छा नहीं होगा। इनके पास मेरा चेक भी है। पैसे देने के बाद भी ये चेक नहीं लौटा रहे। सर मैं बहुत परेशान हो चुका हूं।
सॉरी पापा-मम्मी, भाई साहब, मेरा छोटा भाई, मेरा पूरा परिवार बहुत अच्छा है। सभी ने मेरा बहुत साथ दिया। सॉरी मेरी लक्ष्मी, मुझे माफ करना। सॉरी मेरे बेटे शुभम, मेरा लाडला बेटा शिवा। शुभम बेटे तेरे ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी छोड़कर जा रहा हूं।
मेरे बेटे कभी मम्मी को परेशान मत करना। दादा-दादी की सेवा करना। सॉरी शिवा बेटे मैं तेरी किताबें नहीं दिला पाया। सॉरी बच्चों मैं आपकी फीस नहीं भर पाया। सभी व्यापारी भाइयों मेरे बच्चों का व्यापार में साथ देना प्लीज।
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