जबलपुर वेटरनरी कॉलेज में 7 साल रहीं असिस्टेंट प्रोफेसर के इश्क में बिल्डर ने खुद
का बसा-बसाया घर किया बर्बाद
जबलपुर। मेरठ के कृषि विश्वविद्यालय के पास 11 मार्च को वेटरनरी कॉलेज के डीन प्रो. राजवीर सिंह पर जानलेवा हमले की साजिश रचने वाली महिला प्रोफेसर डॉक्टर आरती भटेले की जिंदगी के किस्से काफी दिलचस्प हैं। मेरठ से पहले जबलपुर वेटनरी कॉलेज में वह सात साल तक असिस्टेंट प्रोफेसर रहीं। इसी दौरान उन्होंने पीएचडी भी पूरी कर ली, जो काफी विवादों में रहा। डीन बनने मर्डर की सुपारी देने के खुलासे से जबलपुर वेटनरी कॉलेज के प्रोफेसर और अन्य लोग भी सकते में हैं।
आरती भटेले मूल रूप से एमपी के छतरपुर में सागर रोड स्थित शांति नगर की रहने वाली है। वर्ष 2014 में 20 जनवरी को आरती भटेले ने कृषि विवि के वेटनरी कॉलेज में पैथोलॉजी डिपार्टमेंट में ज्वॉइन किया था। इससे पहले वह जबलपुर वेटनरी कॉलेज में पैथोलॉजी विभाग में ही 29 अगस्त 2007 से 17 जनवरी 2014 तक पदस्थ थी। यहां भी वह काफी विवादों में रही। अक्सर सीनियर प्रोफेसरों से विवाद करती रहती थी। सिविल लाइंस में कई शिकायतें भी उसने की थी। नौकरी के दौरान ही उसने पीएचडी भी की थी। इसे लेकर भी कई शिकायतें यहां हुई थी।
पिता से पुलिस अधिकारी, इस कारण दिखाती थी दबंगई
आरती भटेले बचपन से ही दबंग थी। पिता पुलिस विभाग में डीएसपी से एएसपी होकर रिटायर हुए थे। पुलिसिया माहौल में लालन-पालन हुआ तो उसी तरह का रौब भी आ गया था। उसकी पहुंच और शिकायतों पर पुलिस एक्शन भी तुरंत दिखाती थी, इसे लेकर वेटनरी कॉलेज के कई प्रोफेसर उससे परेशान थे। अब उसकी करतूत सामने आने के बाद उनका कहना है कि वह काफी दबंग और महत्वाकांक्षी महिला है। हालांकि सामने आकर कोई भी कुछ कहने को तैयार नहीं हुआ। आरती के भाई पुष्पराज भटेले जबलपुर मेडिकल कॉलेज में रेडियोलॉजिस्ट हैं। कभी-कभार आरती उनके यहां आती रहती थी।
खुद की नहीं कोई औलाद, पति से चल रहा तलाक का केस
आरती भटेले
आरती भटेले की जिंदगी उथल-पुथल भरा हुआ है। उसकी शादी हुई, लेकिन औलाद का सुख नहीं मिला। बाद में यही दंपती जीवन में दरार की वजह बन गया। वर्तमान में पति से अलग रहते हुए वह तलाक का केस लड़ रही थी। 2014 में वह मेरठ में प्रोफेसर बनी, तो उसकी जिंदगी में बिल्डर अनिल बलियान का प्रवेश हुआ।
शादी-शुदा और तीन बच्चों का पिता अनिल, आरती के इश्क में पड़ गया। मेल-मुलाकात से शुरू हुआ रिश्ता नजदीकियों में बदल गया। इसी इश्क ने अनील का बसा-बसाया घर तक उजाड़ दिया। दोनों बेटे पढ़ाई करने बाहर चले गए। पत्नी छोड़कर मायके चली गई। एक ही शहर में रहने के बावजूद बेटी हॉस्टल में रहकर पढ़ रही है।
मेरठ पुलिस इन तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
विवाद की ये थी वजह
मेरठ वेटनरी कॉलेज में प्रोफेसर राजबीर सिंह वर्ष 2008 से डीन वेटनरी हैं। आरती भटेले खुद को सीनियर बताती थी। उसने इस मामले में राजभवन में भी शिकायत की थी। कई सालों से खींचतान चली आ रही थी। दोनों के बीच में बोलचाल तक नहीं होती थी। आरती भटेले खुद सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के वेटरनरी कॉलेज की डीन बनना चाहती थी। जब सीधे तौर पर वह उन्हें नहीं हटा पाई तो रास्ते से हटाने मर्डर की साजिश रच डाली डीन प्रोफेसर राजबीर सिंह को बदमाशों ने 8 गोली मारी थी।
ये है मामला
कृषि विवि में वेटरनरी डीन डा. राजवीर सिंह पर 11 मार्च को कातिलाना हमला हुआ था। पुलिस ने 11 दिन बाद 22 मार्च को खुलासा किया कि विभाग में ही साथ काम करने वाली प्रोफेसर आरती भटेले ने अपने प्रेमी अनिल बलियान के साथ मिलकर डीन की हत्या के लिए 5 लाख की सुपारी दी थी। मेरठ पुलिस इस मामले में प्रोफेसर आरती के प्रेमी अनिल बालियान, सुपारी दिलाने वाले मुनेंद्र बाना और उधम सिंह गैंग के शूटर आशू को गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपी प्रोफेसर और दूसरा शूटर नदीम अभी फरार हैं। आरती की तलाश में मेरठ पुलिस एमपी में डेरा डाले हुए है।
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